दंतेवाड़ा में ट्रेनिंग के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सीआरपीएफ के जवान की मौत

पांच अक्तूबर को साहिबगंज था आने वाला

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2024 11:32 PM

साहिबगंज. शहर के कुलीपाड़ा निवासी सीआरपीएफ जवान मोहम्मद शाहनवाज आलम 34 वर्षीय पिता मोहम्मद शम्स तबरेज की छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में ट्रेनिंग के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से शुक्रवार दोपहर तीन बजे गंभीर रूप से घायल हो गये. जिन्हें दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी है. बताया गया कि छत्तीसगढ़ दंतेवाडा में तैनात 111 बटालियन के कर्नल नीरज कुमार यादव ने शहीद के बड़े भाई मोहम्मद हसमत तबरेज को फोन कर मामले की जानकारी दी. कर्नल ने बताया कि पटना, रांची या देवघर हवाई मार्ग से शनिवार को लाया जायेगा. इसके बाद सड़क मार्ग से शनिवार को देर शाम तक साहिबगंज पहुंचेंगे. जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जायेगी. शहीद शाहनवाज आलम चार भाई में सबसे छोटे थे. बडे भाई हसमत तबरेज, दूसरे सरफराज आलम, तीसरे सरफरोज आलम है. इनके मां का इंतकाल 10 माह पहले हो गया है. पिता रेलवे से सेवानिवृत हुए हैं. जो बीमार है. पुत्र के शहीद होने की जानकारी नहीं दी गयी है. सुबह 9 बजे पत्नी व पुत्र से वीडियो कॉल में पांच अक्तूबर को साहिबगंज आने की कही बात शहीद शाहनवाज आलम सुबह नौ बजे पत्नी रुखसाना खातून व पांच वर्षीय पुत्र शहजेब तबरेज से वीडियो कॉल से बात की. जिसमें पांच अक्तूबर को साहिबगंज आने की बात कही. पुत्र से पढ़ाई करने एवं आने पर पार्क ले जाने का वादा किया. वहीं, पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. दो माह पहले बकरीद पर घर आया था. दोस्तों से अक्तूबर में आने की बात कर गया था. अप्रैल 2013 में गुड़गांव में जॉइनिंग की थी जवान शाहनवाज आलम अप्रैल 2013 में गुड़गांव में जॉइनिंग की थी. इसके दो माह पूर्व तक जम्मू कश्मीर में ही पदस्थापित था. साहिबगंज के राजस्थान स्कूल में मैट्रिक व साहिबगंज कॉलेज से बीए पास किये थे. पढाई के साथ खेलकूद व अच्छेधावक थे. सिदो-कान्हू स्टेडियम व टॉकिज फिल्ड में प्रतिदिन चार-चार चक्कर दौडकर लगाते थे. 2018 में हुई थी शादी शहीद जवान का विवाह वर्ष 2018 में कोटाल पोखर थाना क्षेत्र अंतर्गत हाट के निकट रुखसाना खातून से हुई थी. उनका एक पांच वर्षीय पुत्र शहजेब तबरेज है जो प्रोविडेंस स्कूल में केजी वन में पढ़ाई कर रहा है. शहीद की सूचना पाकर पहुंचे एसडीपीओ शहीद की सूचना मिलते ही देर शाम घर पर सदर एसडीपीओ किशोर तिर्की, जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी अनिश पांडे, नगर थाना से एसआई मदन कुमार, झामुमो जिलाध्यक्ष शाहजहां अंसारी सहित दर्जनों लोग पहुंचे. भाई को रोते बिलखते रहने पर ढांढस दिलाया. इधर, एसडीपीओ ने कर्नल से बात कर घटना की जानकारी ली. शाहनवाज की मौत की खबर सुनते ही जुट गये मोहल्लेवासी सीआरपीएफ जवान कुलीपाड़ा निवासी शाहनवाज की मौत की खबर सुनते ही मोहल्ले में रिश्तेदार व समाज के लोग उमड पड़े. शाहनवाज की मौत की खबर सुनकर मोहल्ले के दर्जनों लोग भाई को सांत्वना देने उनके आवास पर पहुंचे. पांच वर्षीय पुत्र को नहीं है पता कि सिर से उठ गया पिता का साया कुलीपाड़ा मोहल्ले में शहीद के घर के बाहर देर शाम सैकड़ों लोग की भीड़ उमड़ पड़ी. लेकिन पांच वर्षीय पुत्र शहजेब तबरेज को कुछ पता नहीं है की सुबह नौ बजे जिस पिता से बात की थी. वे अब इस दुनिया में नहीं है. उसके सिर से पिता का साया उठ गया है. सभी लोगों को टुकुर – टुकुर देख रहा था और पूछ रहा था कि आपलोग क्याें रो रहे हैं. पुलवामा हमले में भी बाल-बाल भी बचे थे शाहनवाज आलम साल 2019 के 14 फरवरी का दिन पूरे देश के लिए काला दिवस साबित हुआ. इस दिन जम्मू-कश्मीर के जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर अवंतीपोड़ा के पास गोरीपोड़ा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने कार से हमला किया था. पाकिस्तान के आतंकियों द्वारा किए गए इस हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे. इसकी बस पीछे थी और आगे वाली बस में घटना घटित हुई थी.

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