कामधेनु डेयरी फाॅर्मिंग योजना का उठायें लाभ : डीसी
गाय की कीमत विक्रेता और लाभुक की सहमति से तय होगी.
साहिबगंज. झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (गव्य प्रभाग) द्वारा साहिबगंज जिला कृषि कार्यालय परिसर में दुधारू पशु शिविर का आयोजन किया गया. डीसी हेमंत सती ने बताया कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत चयनित लाभुकों को 50%, 75%, और 90% अनुदान पर उन्नत या शंकर नस्ल की दो, पांच, और दस दुधारू गाय/भैंस उपलब्ध करायी जायेगी. इच्छुक विक्रेता सूचीबद्ध आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से शिविर में भाग ले सकते हैं. लाभुकों द्वारा चयनित गायें औसतन 15 लीटर दूध प्रतिदिन देनी चाहिए और चयन के बाद तीन पाली में दुहाई कराई जायेगी. गाय की कीमत विक्रेता और लाभुक की सहमति से तय होगी. क्रय-विक्रय प्रक्रिया संगरोध पूरा होने के बाद ही संपन्न होगी। शिविर का आयोजन एक सप्ताह के भीतर किया जायेगा. साहिबगंज के डीसी हेमंत सती ने जानकारी दी कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 2024-25 से 2025-26 तक कामधेनु डेयरी फॉर्मिंग योजना लागू की जाएगी. इसके तहत इच्छुक लघु उद्यमी, शिक्षित बेरोजगार, स्वयं सहायता समूह के सदस्य और प्रगतिशील पशुपालक दुधारू मवेशियों के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं. योजना में सामान्य वर्ग को 25% और अनुसूचित जाति/जनजाति को 33.33% अनुदान के साथ बैंक ऋण व लाभुक अंशदान का प्रावधान है. झारखंड मिल्क फेडरेशन द्वारा चिन्हित दुग्ध पथों पर इसे प्राथमिकता दी जाएगी. आवेदन निःशुल्क जिला गव्य विकास कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं. आवेदन के साथ आधार कार्ड, बैंक खाता, जाति प्रमाण पत्र और भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से संलग्न करना होगा. योजनाओं की विवरणी योजना का नाम 50 गायों, भैंसों की कामधेनु डेयरी फॉर्मिग योजना, परियोजना लागत 39लाख 76 हजार 250 है. अनुदान प्रतिशत सामान्य जाति 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति व जनजाति 33.33 प्रतिशत बैंक ऋण सामान्य जाति 65 प्रतिशत अनुसूचित जाति व जनजाति 56.67प्रतिशत. लाभु अंशदान सामान्य जाति 10 प्रतिशत अनुसूचित जाति व जनजाति 10 प्रतिशत है.
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