बरहेट. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित स्वस्थ कार्यक्रमों की समीक्षा के लिये कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) टीम ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहेट का निरीक्षण किया. सीआरएम टीम ने साहिबगंज से बरहेट आने के क्रम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फुलभंगा, उप स्वास्थ्य केंद्र पंचकठिया संथाली में भी स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली. सात सदस्यीय टीम में डॉ मिथुन, डॉ दीक्षा, डॉ रत्ना, एनिमा, गुंजन, सागर, मनीर आदि शामिल थे. टीम ने राष्ट्रीय पैरामीटर के अनुसार मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, मलेरिया, कुष्ठ, यक्ष्मा आदि की जानकारी ली. साथ ही सीएचसी के पंजीकरण कक्ष, एक्स-रे, टीकाकरण कक्ष, प्रसव कक्ष, ओटी कक्ष, रिकॉर्ड रूम, जनरल वार्ड, उपस्थिति पंजी, ओपीडी, आईपीडी, आरकेबीएसके, औषधि भंडार कक्ष एवं आयुष्मान योजना से जुड़ी स्वास्थ्य सुविधाओं का अवलोकन किया. टीम ने प्रसव कक्ष पहुंचकर गर्भवती माताओं से भी बातचीत की. इस दौरान टीम को कई समस्याओं से भी अवगत कराया गया. इसके अलावा टीम ने कुपोषण उपचार केंद्र (एमटीसी) पहुंचकर बच्चों को मिलने वाली पौष्टिक आहार के बारे में भी जानकारी ली तथा कुपोषित बच्चों के अभिभावकों से बातचीत की. निरीक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ हेमंत मुर्मू को टीम ने सीएचसी में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करने का निर्देश दिया. सीआरएम टीम के नेतृत्वकर्ता डॉ मिथुन ने पत्रकारों को बताया कि प्रसव कक्ष काफी छोटा है, सीएचसी प्रभारी को इससे संबंधित सुझाव दिये गये हैं. वहीं, पत्रकारों द्वारा सीएचसी में डॉक्टर व महिला डॉक्टर की कमी, इलाज में लापरवाही से संबंधित सवाल पूछे जाने पर टीम ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. इसके अलावे टीम के निरीक्षण की जानकारी मिलने पर आसपास के ग्रामीण अपनी-अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे, लेकिन टीम के बिना शिकायत सुने लौट जाने पर ग्रामीणों में मायूसी देखी गयी.
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