राजमहल. शहरी क्षेत्र में सीवरेज योजना के गुणवत्ता की पोल खुल गयी है. चालू होने कुछ दिनों के अंदर ही कई जगह धंसने लगा तो चेंबर कहीं ढक्कन से निकलने लगा है. गंदा पानी पाइप लाइन से प्रखंड क्षेत्र के बेंगडूबी में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है. प्लांट के तहत गंदा पानी को ट्रीटमेंट प्लांट में फिल्टर करके स्वच्छ पानी को गंगा में फेंका जाता है. ट्रीटमेंट प्लांट से महज कुछ दूरी पर सीवरेज के चेंबर से गंदा पानी निकालकर किसान के खेत एवं घर के अगल-बगल गंदा पानी हमेशा बहता रहता है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष केताबुदीन शेख से किया. ग्रामीण की शिकायत पर नपं अध्यक्ष ने ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचकर जायजा लिया. इस पर ग्रामीण जियाउल शेख, साजिद शेख, प्रताप मंडल, दुखों शेख, इस्माइल शेख, शाहजहां शेख, सलीम शेख ने कहा कि हमलोग किसान हैं. खेती पर ही निर्भर रहते हैं. सीवरेज के गंदा पानी से कोबी, मूली, पालक की फसल बर्बाद हो गया है. इससे लगभग 10 बीघे में लगी सब्जी का छोटा पौधा सूख गया है. इसके बाद नगर पंचायत अध्यक्ष ने मोबाइल पर सीवरेज कंपनी के मैनेजर से सब्जी की खेत में सीवरेज प्लांट का गंदा पानी हमेशा बहता रहता है. इसकी शिकायत की और कहा कि किसान का जो भी नष्ट हुआ है, उसका मुआवजा दिया जाये. इस संबंध में सीवरेज कंपनी के साइड मैनेजर राजेश मिश्रा ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ जाने से ट्रीटमेंट प्लांट से पानी को गंगा में स्वच्छ करके फेंका जाता है. गंगा में पानी ज्यादा हो जाने के कारण प्लांट से तेज बहाव नहीं हो पाता है. इसके कारण चेंबर से पानी निकलता है. यह पानी ट्रीटमेंट पानी है. खेत में जाने से वह फर्टिलाइजर का काम करेगा. इससे फसल को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचेगी.
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