पतना. अपने इकलौते बेटे के लापता होने के बाद उसके खोजबीन के लिए एक मां किस हद तक जा सकती है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि खोजबीन के लिए उस मां ने घर की बकरियां बेच दी. इसके बाद ग्रुप लोन लेकर बड़े-बड़े शहर जाकर खुद बेटे की खोजबीन की. यही नहीं, इसके अलावा बेटे के मोह में मां ने अपनी जेवर तक बेच डाली. फिर भी बेटे का कहीं पता नहीं चला. जब 4 वर्ष से अधिक समय बीते जाने के बाद बेटे का पता चला, तो वह हक्का-बक्का रह गयी. विदित हो कि साहिबगंज के पतना प्रखंड अंतर्गत तलबड़िया गांव का युवक 2020 में लापता हो गया था. युवक की मां जरीना बीबी के अनुसार उसका बेटा बांग्लादेश चला गया है. वह मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया है, जिसका वीडियो उसके पास है. बताते चले कि आपके अपने अखबार प्रभात खबर ने बुधवार के अंक में इस मामले से संबंधित खबर ‘2020 में साहिबगंज से लापता युवक बांग्लादेश में दिखा’ शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने के बाद लापता युवक सफियान मोमिन की मां जरीना बीबी गुरुवार को प्रभात खबर कार्यालय पहुंची, जहां प्रभात खबर की टीम को धन्यवाद देते हुये आपबीती सुनायी. मां जरीना बीबी ने अपना दर्द साझा करते हुये कहा कि बेटे की खोजबीन में वह कर्ज में डूब गयी है. अभी वह घर पर कपड़ों की सिलाई-कटाई कर पाई-पाई जोड़ कर ग्रुप लोन चुका रही है. उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बेटे को वापस लाने का विनम्र आग्रह किया है.
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