तालझारी. राजमहल पहाड़ियों के बीच बसा प्राकृतिक झरना पर्यटकों को अपनी ओर बरबस आकर्षित करता है. जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित मोतीझरना क्षेत्र के लिए आकर्षण का केंद्र है. वहीं ठंड के दस्तक के साथ ही पर्यटकों का आना शुरू हो गया है. नववर्ष आने में महज नौ दिन ही दूर है, परंतु अभी से ही मोतीझरना गुलजार होने लगा है. जिला समेत आसपास के क्षेत्रों से पर्यटकों का लगातार आना जारी है. वैसे तो यहां सालों भर पर्यटकों का आना लगा रहता है. परंतु नव वर्ष व उसके एक दिन पूर्व से ही पश्चिम बंगाल सहित आसपास के लोग पिकनिक मनाने पहुंचे हैं. इस दौरान नव वर्ष के दिन मेले जैसा दृश्य देखने को मिलता है. लोगों का कहना है कि महाराजपुर से दो किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ की गुफा के अंदर शिव मंदिर है. इसके बाहर पूरे साल जल स्त्रोत से पानी गिरता रहता है. बच्चों को लुभाते मोतीझरना में बना पार्क सौंदर्यकरण को लेकर पर्यटन विभाग की ओर से लाखों रुपये खर्च की गयी है. मुख्य द्वार के पास हाथी के साथ शेर, मगरमच्छ चिड़िया की कलाकृति बनायी गयी है. इसके अलावा मनमोहक पेंटिंग, फूल निर्माण, पार्क सहित झूला बच्चों को खूब भाता है. क्या कहते समिति के सदस्यसमिति के सचिव नित्यानंद मंडल ने बताया कि मोतीझरना में सालों भर पर्यटकों का आना लगा रहता है. बड़ा दिन से मोतीझरना में पर्यटकों का जुटान शुरू हो जाता है, जो नववर्ष तक लगातार रहता है. पर्यटकों को देखते हुए मोतीझरना में समिति द्वारा साफ-सफायी करायी जा रही है. पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था रखने के लिए प्रशासन से पुलिस बल की मांग की जायेगी. तालझारी स्टेशन से करीब तीन किलोमीटर दूर स्थित तालझारी पंचायत अंतर्गत सिमलजोरी डैम लोगों के लिए महत्वपूर्ण पिकनिक स्पॉट में से एक है. सिमलजोरी डैम पहाड़ों की तलहटी व हरे-भरे जंगलों से घिरा है. इस डैम में सालों भर पानी रहता है. ठंड के मौसम में यहां का नजारा और भी खूबसूरत हो उठती है. यहां बड़ा दिन से ही पिकनिक का दौर शुरू हो जाता है, जो नववर्ष तक लगातार जारी रहता है. तालझारी पंचायत के दुधकोल गांव स्थित बाबा दूधनाथ धाम कम समय में ही काफी चर्चित हो गया. लोग सावन के महीने व शिवरात्रि में काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं. नववर्ष पर लोग इस धाम में आकर पूजा अर्चना कर आसपास के तलहटी पर सपरिवार पिकनिक का लुप्त उठाते हैं. यहां का सुंदरता को अपने कैमरे में कैद करते हैं. तालझारी स्टेशन के महज पांच किलोमीटर दूर दूधनाथ धाम एक छोटी सी पहाड़ी में अवस्थित है.
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