रेलवे की संपत्ति चोरी मामले में आरपीएफ ने दो लोगों को भेजा जेल, दो नाबालिग भी धराये
पश्चिम बंगाल के तिलडांगा में बेचते थे रेलवे के ट्रैक डिवाइस सेंसर केबल के टुकड़े
बरहरवा. मालदा रेल मंडल अंतर्गत बोनीडांगा रेलवे स्टेशन के पास ओएचई मास्ट नम्बर 00/51- 00/56 के बीच करीब 5 मीटर की एक ट्रैक डिवाइस सेंसर केबल चोरी कर लिये जाने के मामले में आरपीएफ ने दो लोगों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. वहीं, दो नाबालिगों को भी गिरफ्तार किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, न्यू फरक्का के एसएसई तांडव समदर्शी ने बीते 2 दिसंबर को उक्त घटना की शिकायत बरहरवा आरपीएफ में की थी. जिसके बाद बरहरवा आरपीएफ में कांड संख्या 01/24 दर्ज कर कर छानबीन शुरू कर दी गई थी. इसके अलावे बीते 11 दिसंबर को ओएचई मॉस्ट नम्बर 172/48-50 के समीप करीब 2.5 मीटर ट्रैक डिवाइस तार की चोरी की सूचना मिली. जिसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार व एमके सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. टीम में एसआइ लाल बहादुर मांझी, एएसआइ सुरेश पासवान, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, कांस्टेबल जितेंद्र प्रसाद यादव, चंदन कुमार, चंद्रकांत सिंह के अलावे मालदा सीआइबी के एसआइ पी मिश्रा, एएसआइ आरएस यादव, हेड कांस्टेबल जे राम शामिल रहे. टीम के द्वारा तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया गया. जहां उन्होंने एक व्यक्ति के साथ दो नाबालिग को हिरासत में लिया. पूछताछ के दौरान उनके पास से चाकू व तार बरामद हुआ. साथ ही उन्होंने पूछताछ में निजी स्वार्थ के लिये रेलवे की संपत्ति चोरी कर बेचने की बात स्वीकारी. उन्होंने बताया कि वह चोरी का समान पश्चिम बंगाल की फरक्का थाना क्षेत्र के तिलडांगा के मारु खान के दुकान में समान बेचते थे, जिसके बाद आरपीएफ ने उक्त दुकान में भी छापेमारी करने का प्रयास किया. लेकिन, दुकान बंद पाया. तत्पश्चात तिलडांगा के हाटपाड़ा में घर से सटे आलम शेख के दुकान में छापेमारी कर वहां से करीब 3 मीटर सेंसर केबल बरामद किया. साथ ही आलम शेख को हिरासत में ले लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है