राजमहल. बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवात तूफान को लेकर झारखंड व पश्चिम बंगाल की सरकार पूरी तरह अलर्ट है. पश्चिम बंगाल में हाइ अलर्ट करने के बाद झारखंड के राजमहल से पश्चिम बंगाल को चलनेवाली एलसीटी सेवा मालदा जिला दंडाधिकारी के आदेश पर 26 एवं 27 मई को दो दिनों तक बंद रखी गयी है. रविवार को फेरी सेवा बंद रहने के कारण यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं कुछ यंत्र चालित नाव चालक के द्वारा दूसरे नजदीकी घाट से परिचालन करने का प्रयास किया जा रहा था. इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी गुलाम सरवर मौके पर पहुंच कर नाविक को चेतावनी देते हुए बताया कि आदेश का सख्ती से पालन करेंगे. मौके पर एसआइ विट्टू कुमार साहा मौजूद थे. चक्रवात को लेकर जारी अलर्ट की अवधि में नाव का परिचालन नहीं होगा. वहीं यात्रा के लिए तैयार यात्रियों को भी थाना प्रभारी ने वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए जलमार्ग के रास्ते यात्रा नहीं करने की अपील की गयी. रविवार को संध्या करीब 6:00 बजे तक चक्रवात तूफान या बारिश का कोई आसार देखने को नहीं मिला. लोग पूरे दिन चिलचिलाती धूप और ऊमस भरी गर्मी में परेशान रहे. पश्चिम बंगाल से आवागमन करने वाले वैसे यात्री जिन्हें पूर्व से सूचना थी वह लोग ट्रेन के माध्यम से अपने यात्रा को किए वहीं बिना जानकारी के गंगा तट पर पहुंचे यात्रियों को काफी परेशानी हुई. इधर, रेलवे स्टेशन सहित रेलवे फाटक एवं रेलवे गार्ड को चक्रवात तूफान में यात्री सुरक्षा व ट्रेनों के परिचालन को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है.
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