बटाइल पंचायत में जल जीवन मिशन का हाल बेहाल, 36 में से मात्र आठ जलमीनार का ही मिल रहा लाभ
बड़ा गढ़ग्राम, भीमपाड़ा, दुलमपुर व चंडी झोपड़िया के लोगों की पानी की समस्या नहीं हो सकी दूर
बरहरवा. प्रखंड मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर बटाइल पंचायत के विभिन्न गांवों में जल जीवन मिशन के तहत पेयजलापूर्ति का हाल बेहाल है. यहां करीब एक वर्ष पहले 36 जलमीनार तो लगायी गयी, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी अब तक सभी चालू नहीं हो पायी है. इस जलमीनार से लोगों के घरों तक पाइप के जरिये पेयजल की आपूर्ति की जानी है. इनमें से मात्र 8 जलमीनार से ही लोगों के घरों तक पानी पहुंच पा रहा है. पंचायत के बड़ा गढ़ग्राम, भीमपाड़ा, दुलमपुर व चंडी झोपड़िया में जब एक वर्ष पहले जलमीनार लगाये जाने की शुरुआत हुयी, तो लोगों में काफी खुशी का माहौल था. उस समय लोगों को लगा था कि अब चापाकल के भरोसे दर्जनों परिवार को नहीं रहना पड़ेगा. लेकिन, अब उनकी आशा निराशा में बदल रही है. वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी जल्द पेयजलापूर्ति चालू कराने की मांग की है. शोभा की वस्तु बनी जेजेएम की पानी टंकी बटाईल पंचायत के भीमपाड़ा गांव में बीते वर्ष मार्च महीने में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत हर घर जल योजना के अंतर्गत सोलर संचालित लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के लिये 9.32 लाख रुपये की लागत से 5000 लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी लगाये जाने का कार्यादेश पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल साहिबगंज द्वारा जारी किया गया था. जिसके कुछ माह बाद वहां पानी की टंकी तो लगा दी गयी, लेकिन उस टंकी से जुड़ने वाले 27 घरों तक पाइप नहीं बिछाया गया. क्रम में बड़ा गढ़ग्राम में 15 टंकी का निर्माण हुआ, इनमें से अब तक एक भी टंकी से जलापूर्ति शुरू नहीं हुई है. भीमपाड़ा गांव में 8 पानी की टंकी लगायी गयी, जिनमें से 5 चालू है, तथा 3 अब तक वैसे ही पड़े हुये हैं. दुलमपुर गांव में 4 टंकी लगाये गये, जिनमें से केवल एक ही शुरू किया जा सका है. वहीं, चंडी झोपड़िया में 9 टंकी में से केवल 2 ही चालू हुये हैं. कहते हैं मुखिया व पंसस मुखिया समुद्री बास्की ने बताया कि हमारे पंचायत के अधिकांश लोग पेयजल के लिए जल के अन्य स्रोतों पर निर्भर हैं, योजना शुरू होने से लोगों को काफी लाभ मिलता. लेकिन, इसकी शुरूआत नहीं होने से लोगों में काफी आक्रोश है. वहीं, पंचायत समिति सदस्य शंभू रजक ने कहा कि पंचायत के विभिन्न गांवों में योजना के तहत पानी की टंकी लगायी तो गयी है, लेकिन अब तक सभी टंकियों से जलापूर्ति शुरू नहीं हुई है, जिस कारण इस योजना को शत-प्रतिशत धरातल पर उतारा नहीं माना जा सकता है. इसे लेकर हमलोग वरीय पदाधिकारी को अवगत करा रहे हैं. कहते हैं जेइ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता सुनील दत्त ने कहा कि उक्त पंचायत में पेयजलापूर्ति करने वाली सभी एंजेंसियों को एक माह के अंदर निर्माण कार्य पूरा करने का कड़ा निर्देश दिया गया है. जल्द ही लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा. यदि किसी एंजेंसी द्वारा तय समय पर कार्य पूरा नहीं किया जाता है, तो उनके विरूद्ध कार्रवाई भी की जायेगी.
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