आदिम जनजाति लोगों ने निजी चंदा से जेसीबी के जरिए से पहाड़ काटकर बनाया सड़क, प्रशासन से मदद की गुहार के बावजूद भी नहीं मिली मदद

सड़क बनाने में करीब एक लाख रुपये का खर्च आया

By Prabhat Khabar News Desk | April 20, 2024 5:31 PM

बरहेट. प्रखंड क्षेत्र के लबरी पंचायत अंतर्गत छोटा उदाली गांव में आदिम जनजाति के लोग पहाड़ों पर बसे हुए हैं. इन लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने जाने के लिए पहाड़ों को पार करके ही आना पड़ता है. जब इन इलाकों के लोग बीमारी से ग्रसित होते हैं तो एंबुलेंस भी गांव तक नहीं पहुंच पाती है. जब तेज चिलचिलाती धूप पहाड़ों पर पड़ती है तो यहां के झरने सूख जाते हैं. लोगों को प्यास बुझाने के लिए पहाड़ों को पार कर अन्य गांव जाने में भी अत्यंत कठिनाइयां होती है. इस समस्या से राहत पाने के लिए छोटा उदाली पहाड़ काटने से तकरीबन 10 गांव के लोगों को आने-जाने में काफी राहत हो रही हुई. छोटा उदाली पहाड़ से होकर आवागमन करने वाले गांव में बड़ा उदाली,चांदो टोला मीका जोक, टियेलोलो,मास्केपु सहित अन्य गांव के लोग शामिल है. इसे लेकर छोटा उदाली गांव के समाजसेवी गंगाराम पहाड़िया ने बताया कि आजादी के वर्षों बीत जाने के बाद भी लोगों को आज भी सड़क बिजली पानी नहीं पहुंची है. लोग जुगाड़ कर जीवन यापन कर रहे हैं. इस दौरान ने जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण के लिए तत्कालीन उपायुक्त रामनिवास यादव, डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार सहित अन्य पदाधिकारियों को कई बार आवेदन देकर समस्याओं से अवगत कराया गया था लेकिन जिला प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली. जब जिला प्रशासन से उम्मीद खत्म हो गई तो लोगों ने बैठक की और बैठक में गांव-गांव से चंदा संग्रह कर पहाड़ काटकर सड़क बनाने का निर्णय लिया गया. और अब लोगो ने जेसीबी के जरिये पहाड़ काटकर सड़क बनाया गया है. इस दौरान उन्होंने बिहार के दशरथ मांझी का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि पहाड़ काटकर सड़क बनाने में तकरीबन 1 लाख रुपये का खर्च आया है, जो आदमी जनजाति ग्रामीणों ने गांव से चंदा इकट्ठा करके जमा किया है . मौके पर धर्म पहाड़िया, जबरा पहाड़िया, सुनील मालतो, विनोद पहाड़िया,मेहसा पहाड़िया, सुरजा पहाड़िया, जय सिंह पहाड़िया , दीपू मरांडी , बोबे पहाड़िया , लालू पहाड़िया सहित अन्य मौजूद थे.

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