Loading election data...

कौन हैं गमालियल हेम्ब्रम? हेमंत सोरेन के खिलाफ लड़ने जा रहे हैं चुनाव, ऐसा है पारा टीचर का सफर

Who is Gamliyel Hembrom: हेमंत सोरेन के खिलाफ बरहेट से चुनाव लड़ने जा रहे गमालियल हेम्ब्रम कौन हैं? कितना लंबा है उनका राजनीतिक सफर.

By Mithilesh Jha | October 26, 2024 11:31 AM
an image

Who is Gamliyel Hembrom|झारखंड की सबसे हॉट सीट है बरहेट. अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित इस विधानसभा सीट से झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस विधानसभा सीट से जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा है, वो कौन है? उसका अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा है?

पारा टीचर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए गमालियल हेम्ब्रम

सबसे पहले यह जान लीजिए कि हेमंत सोरेन के खिलाफ जो शख्स झारखंड विधानसभा 2024 का चुनाव बरहेट (एसटी) विधानसभा सीट से लड़ने जा रहा है, उसका नाम है- गमालियल हेम्ब्रम. 5 साल पहले पारा टीचर की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा. पत्नी भी जनप्रतिनिधि हैं.

आजसू के टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव

गमालियल हेम्ब्रम को खेल से गहरा लगाव है. क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए जाने जाते हैं. गमालियल हेम्ब्रम जिस टूर्नामेंट का आयोजन करते हैं, उसमें देश-विदेश के खिलाड़ी शामिल होते हैं. वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के टिकट पर तब चुनाव लड़े थे.

25 साल की उम्र में हेमंत सोरेन के खिलाफ लड़ा था चुनाव

चुनाव लड़ने के लिए गमालियल हेम्ब्रम ने वर्ष 2019 में पारा शिक्षक की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. महज 25 साल की उम्र में उन्होंने बरहेट (एसटी) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उस वक्त हेमंत सोरेन इस सीट से चुनाव लड़ रहे थे. भाजपा ने सिमोन मालतो को मैदान में उतारा था.

2019 में बरहेट सीट पर गमालियल को मिले थे 2573 वोट

वर्ष 2019 के चुनाव में हेमंत सोरेन को 73,725 वोट मिले थे. दूसरे स्थान पर मालतो रहे थे. उनको 47,985 वोट प्राप्त हुए थे. झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के उम्मीदवार होपना टुडू को 2,622 और आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले गमालियल हेम्ब्रम को 2,573 वोट मिले थे.

गमालियल हेम्ब्रम की पत्नी विनीता टुडू हैं खैरवा पंचायत की मुखिया

क्षेत्र में इनकी पहचान एक बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करने वाले की है. जब भी फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन होता है, उसमें भारी संख्या में लोग जुटते हैं. देश के कई राज्यों के फुटबॉल खिलाड़ी तो इसमें खेलते ही हैं, कई विदेशी खिलाड़ी भी खेलने के लिए आते हैं. उनकी पत्नी विनीता टुडू बरहेट की खैरवा पंचायत से लगातार 2 बार मुखिया चुनी गईं हैं.

Also Read

हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा को मिल गया उम्मीदवार, बरहेट से गमालियल हेम्ब्रम लड़ेंगे चुनाव

Barhait Vidhan Sabha: 4 दशक से बरहेट में झामुमो अजेय, हेमंत सोरेन हैं विधायक

कल्पना सोरेन, मीरा मुंडा सहित ये नेता पत्नियां दिखाएंगी झारखंड में कमाल, संभालेंगी विरासत

जमीन, स्थानीयता नीति और सरना धर्म कोड होंगे झारखंड विधानसभा चुनाव में आदिवासियों के मुद्दे

Exit mobile version