केज कल्चर से मत्स्य पालन के लिए मंडरो में स्थल का किया जा रहा है चयन : डीसी
मशरूम की खेती करनेवाले पांच प्रखंडों के कृषकों की सूची डीएमएफटी कर्मी के द्वारा अभी नहीं दी गयी है.
साहिबगंज . कार्यालय प्रकोष्ठ में गुरुवार को डीसी हेमंत सती ने आत्मा, कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा की. बताया कि राजकीय दिव्यायन कृषि केंद्र, रांची से मुर्गी व बत्तख पालन के लिए पत्राचार किया जा रहा है. लाभुकों का चयन पशुपालन विभाग व प्रखंडस्तरीय कर्मी बीटीएम/ एटीएम से किया जा रहा है. जिलास्तरीय रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत मशरूम की खेती करनेवाले पांच प्रखंडों के कृषकों की सूची डीएमएफटी कर्मी के द्वारा अभी नहीं दी गयी है. सूची प्राप्त होते ही कृषि विज्ञान केंद्र साहिबगंज से समन्वय स्थापित कर कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया. रबी मौसम में मटर, राजमा तथा सब्जी की खेती (ब्रोकली, शिमला मिर्च, बैगन, टमाटर, भिंडी आदि विषय पर संपादित किया जा रहा है, लाभुक का चयन भी किया जा रहा है. अंतरराज्यीय आइवीआरआइ इज्जत नगर, बरेली उत्तर प्रदेश को पत्राचार किया गया है. पहाड़िया व संथाल 25 कृषकों की सूची पशुपालन विभाग से अब तक अप्नाप्त है, जिस पर डीसी ने पशुपालन पदाधिकारी को पत्राचार करने का निर्देश दिया. मटर की खेती मंडरो को छोड़कर हर प्रखण्ड कृषक पाठशाला बीटीएम, एटीएम के द्वारा स्थल चयन व 25 कृषकों की सूची तैयार की जा रही है. राजमा की खेती पांच प्रखंडों में (तालझारी, मंडरो, बरहेट, पतना व साहिबगंज में 01- 01 कृषक पाठशाला अक्तूबर में संपादित किया जायेगा. स्थल एवं कृषक सूची बीटीएम, एटीएम के माध्यम से तैयार किया जा रहा है. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी प्रमोद एक्का, बीटीएम, एटीएम उपस्थित थे.
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