साहिबगंज : सोमवार को राजमहल कोल परियोजना खनन क्षेत्र में दो अलग अलग घटना में महिला और पुरूष की दबने से मौत हो गयी. बताया जाता है कि एक घटना इसीएल के छोटा भोडाय साइड के चरण टोला में अवैध रूप से चल रहे सुरंग में दब जाने से पियाराम गांव के 50 वर्षीय तलय हांसदा की मौत हो गयी.
वहीं, दूसरी घटना खनन क्षेत्र के कोयला डंपिंग एरिया के सैलो प्वाइंट के पास कोयला चुनने के दौरान 35 वर्षीय बागजोरी गांव की रहने वाली तालापक्कू हेम्ब्रम की दब कर मौत हो गयी. घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने पियाराम गांव के रहने वाले तलय हांसदा की लाश को उसके घर से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गोड्डा भेज दिया. जबकि बागजोरी की मृत महिला तालापक्कू हेम्ब्रम की लाश को ग्रामीणों ने पुलिस को सौंपने से मना कर दिया. पुलिस का इस बारे में कहना है कि वह मृत महिला के गांव तक नहीं पहुंच पायी है, जिस वजह से वह लाश को जब्त कर पाने में असफल रही.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोमवार की सुबह करीब चार बजे पियाराम गांव का रहने वाला तलय हांसदा परियोजना क्षेत्र के छोटा भोडाइ साइड चरण टोला के खनन क्षेत्र के पास कोयला चुनने के दौरान अचानक मिट्टी का चाप गोह में गिर जाने से अंदर दब गया. इस दौरान उसके साथ कोयला चुनने पहुंचे साथियों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद गोह के अंदर से तलय को बाहर निकाला.
मगर इस दौरान देर तक गोह के अंदर रहने की वजह से दम घुटने से उसकी मौत हो गयी. बताया जाता है कि घटना के बाद साथियों द्वारा लाश को लेकर पियाराम गांव पहुंचे. घटना की सूचना मिलने पर ललमटिया थाना प्रभारी ललित कुमार पांडेय पियाराम गांव पहुंच कर मृत तलय हांसदा के लाश को बरामद कर लिया. उसके बाद पुलिस ने लाश को सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
दूसरी घटना में सोमवार की सुबह महगामा थाना क्षेत्र के बागजोरी गांव की रहने वाली 35 वर्षीय तालापक्कू हेम्ब्रम का है, जानकारी के अनुसार वह भी परियोजना के लोडिंग प्वाइंट के पास कोयला चुन रही थी. इस दौरान कोयला डंप के दौरान फिसलन की वजह से महिला कोयले के डंप में समा गयी. कोयले के डंप के अंदर चले जाने के कारण मौके पर ही महिला की दब कर मौत हो गयी.
हालांकि महिला के साथ कोयला चुन रहे अन्य सहयोगियों ने ताला पक्कू हेम्ब्रम को महगामा रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया लेकिन चिकित्सकों ने महिला को देखते ही मृत घोषित कर दिया. महिला की लाश को लेकर ग्रामीण व अन्य लोग बागजोरी गांव पुलिस व सुरक्षा कर्मियों के डर से भाग निकले. इधर मामले को लेकर पुलिस द्वारा बागजोरी गांव लाश बरामदगी के लिए पहुंची मगर पुलिस लाश तक नहीं पहुंच पायी. थाना प्रभारी उमेश कुमार मोदी ने कहा कि गांव पहुंच जाने के बावजूद लाश तक पहुंच पाने में असमर्थ है. इस मामले में ग्रामीणों का सहयोग नहीं मिल पा रहा है.
पियाराम गांव के रहने वाला तलय हांसदा की जमीन करीब तीन एकड़ परियोजना में गयी है. इस दौरान परियोजना की ओर से पीड़ित परिवार को मात्र 80 प्रतिशत मुआवजा ही मिल पाया है. गरीबी में जी रहे परिवार के लिए तलय हासंदा ही परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य है.
तलय द्वारा कोयला चुनकर पत्नी संझली बेसरा के साथ साथ परिवार के छह लोगों का भरण पोषण करता था. पत्नी संझली ने बताया कि कई बार परियोजना को राशि की भुगतान के लिए मुआवजे की राशि के साथ साथ नौकरी व घर बनाने के लिए जमीन व राशि की मांग किये जाने के बावजूद इसे नजरअंदाज करती रही है.
इस वजह से परिवार को चलाने के लिए हर दिन कोयला चुन कर बेच कर ही पेट पालने को विवश है. वहीं, दूसरी तरफ मृत महिला तालापक्कू हेम्ब्रम के पति तल्लू हांसदा ने बताया कि आर्थिक स्थिति अत्यंत ही खराब है . हम लोग गरीब परिवार से हैं किसी तरह कोयला चुनकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं.
Posted by : Sameer Oraon