अधिक ब्याज लेने के आरोप में महिलाओं ने माइक्रो फाइनेंस कर्मी को आठ घंटा तक बनाये रखा बंधक
आधी अधूरी जानकारी देकर ऋण कर दिया जाता है अप्रुव, और बाद में लिया जाता है 25% ब्याज
बरहेट. थाना क्षेत्र अंतर्गत सोनाजोरी गांव में सोमवार को अधिक ब्याज लेने के आरोप में महिलाओं ने माइक्रो फाइनेंस कर्मी को करीब 8 घंटे तक बंधक बनाये रखा. भारत माइक्रो फाइनेंस कर्मी रामेश्वर मड़ैया सोमवार की सुबह करीब 8 बजे साप्ताहिक ऋण वसूलने के लिये गांव पहुंचा था. इसकी सूचना मिलते ही गांव की महिलाएं इकट्ठा हो गयी तथा अधिक ब्याज लेने का आरोप बनाते हुये घेर लिया. महिलाओं ने बताया कि ऋण देने के समय कर्मी द्वारा कितना प्रतिशत ब्याज लिया जायेगा, यह नहीं बताया जाता है तथा आधी-अधूरी जानकारी दी जाती है और जब ऋण अप्रूव हो जाता है, तब उन लोगों से 25% ब्याज वसूला जाता है, इससे ऋण का बोझ बढ़ जाता है. वहीं, वहां मौजूद कुछ पुरुषों ने आरोप लगाया कि परिवार की महिलाओं को बहला-फुसलाकर ऋण दिया जाता है, इससे वे ब्याज के बोझ तले दबती जाती है, यह सरासर गलत है. वहीं, कर्मी को बंधक बनाये जाने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे समाजसेवी एजाज अली ने पूरे मामले की जानकारी भारत माइक्रो फाइनेंस के बरहेट ब्रांच के बीसीएम को दी. जिसके बाद बीसीएम गांव पहुंचे तथा अपना पक्ष रखा. वहीं, ग्रामीणों को समझाने-बुझाने के करीब 8 घंटे बाद फाइनेंस कर्मी को मुक्त कराया गया. इधर, मामले में बरहेट थाना प्रभारी पवन कुमार ने कहा कि ग्रामीणों या फाइनेंस कंपनी द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गयी है. मामले का पता लगाया जायेगा.
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