दिल्ली में घोंडा विस से दूसरी बार जीते साहिबगंज के अजय महावर, हुई आतिशबाजी, बंटी मिठाइयां
26,000 से अधिक मतों से ऐतिहासिक विजय प्राप्त की
साहिबगंज. साहिबगंज शहर के न्यू रोड निवासी जगदीश महावर के सुपुत्र एवं प्रतिष्ठित प्रोफेसर कमल महावर के अनुज, अजय महावर ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक प्रतिभा का परचम लहराया है. दिल्ली के घोंडा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में उन्होंने 26,000 से अधिक मतों से ऐतिहासिक विजय प्राप्त की, जो उनकी लोकप्रियता और जनसमर्थन का सशक्त प्रमाण है. अजय महावर का बचपन साहिबगंज के न्यू रोड स्थित अपने पुश्तैनी आवास में बीता, जहां आज भी उनका परिवार निवास करता है. प्रारंभिक शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें राजस्थान स्कूल से मैट्रिक उत्तीर्ण करने के लिए प्रेरित किया. उच्चतर शिक्षा के लिए वे उत्तर प्रदेश के दनकौर चले गए, जहां अपने ननिहाल में रहकर इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की. इसके बाद कोलकाता विश्वविद्यालय से बीकॉम की डिग्री प्राप्त कर उन्होंने अपने शैक्षिक सफर को एक नई दिशा दी. राजनीति के प्रति उनका झुकाव प्रारंभ से ही स्पष्ट था. दिल्ली स्थानांतरित होने के बाद, उन्होंने व्यवसाय के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय भागीदारी निभाई. अपने संगठनात्मक कौशल और नेतृत्व क्षमता के बल पर वे उत्तर-पूर्व दिल्ली क्षेत्र के दो बार जिला अध्यक्ष निर्वाचित हुए. उनके समर्पण और कार्यक्षमता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें घोंडा विधानसभा से टिकट दिया, जहां उन्होंने शानदार जीत दर्ज कर अपने राजनीतिक कद को और भी ऊंचा कर दिया. इस अभूतपूर्व विजय के साथ ही साहिबगंज स्थित उनके पैतृक आवास में उत्सव का माहौल छा गया. परिजनों और शुभचिंतकों ने आतिशबाजी के साथ अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और मिठाइयां बांटकर इस गौरवमयी क्षण का उत्सव मनाया. इधर इनके घर पर पटाखे फोड़े गये और मिठाई बांटी गयी. झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिशन के अध्यक्ष मनोज झा, कमल महावर, गंगा महावर, सब्यजीत कृष्णा, पूर्व विधायक अनंत कुमारओझा, रामानंद साह, चन्द्रभान शर्मा, प्रोफेसर पारस नाथ राय, राधा राय, प्रमोद पांडेय सहित दर्जनों लोगों ने बधाई दी है. पारिवारिक पृष्ठभूमि अजय महावर, साहिबगंज के बाटा रोड निवासी, अपने परिवार की राजनीतिक और शैक्षणिक विरासत के ध्वजवाहक हैं. उनके चाचा प्रो. कमल कुमार महावर, जो इग्नू के इतिहास व पर्यटन विभाग में एकेडमिक काउंसलर एवं सरस्वती शिशु अकादमी के निदेशक हैं, आज भी पैतृक आवास में निवास करते हैं. उनकी भाभी गंगा महावर भी इसी अकादमी की प्राचार्य हैं. अजय महावर का जन्म एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ, जहां सामाजिक सेवा और शिक्षा की गहरी जड़ें हैं. उनके पिताजी जगदीश प्रसाद महावर और माता भगवती देवी महावर ने उन्हें सदैव समाजसेवा के मार्ग पर प्रेरित किया. प्रारंभिक शिक्षा साहिबगंज के राजस्थान हाई स्कूल में पूरी करने के बाद उन्होंने इंटर की पढ़ाई उत्तर प्रदेश के दनकौर से पूरी की और कोलकाता विश्वविद्यालय से बीकॉम किया. राजनीति और व्यवसाय में रुचि रखने वाले अजय महावर ने कोलकाता, कानपुर और मुंबई में शेयर ट्रेडिंग की और दिल्ली में बिल्डर के रूप में भी कार्य किया. भाजपा में उनकी सक्रियता ने उन्हें पूर्वी दिल्ली क्षेत्र का कोषाध्यक्ष और दो बार जिला अध्यक्ष बनाया. संगठन में उनकी निष्ठा और प्रभावी कार्यशैली को देखते हुए, 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पहली बार विधानसभा का प्रत्याशी बनाया और जीते, फिर 2025 में जीत हासिल की. अजय महावर के बड़े भाई प्रोफेसर कमल कुमार महावर दिल्ली गये हुए हैं. परिवार के लोगों में भाभी गंगा महावर, मनीषा महावर, भाई निर्मल महावर तथा पारिवारिक मित्र प्रोफेसर पारस राय, राधा राय, मनोज झा, सत्यजीत कृष्णा, विवेकानंद गुप्ता, वीरेंद्र सिंह, उमानाथ पंडित, कुमारी गरिमा, प्रोफेसर दिनेश यादव, प्रोफेसर वीर कुमार केशरी आदि ने शुभकामनाएं दीं. पारिवारिक पृष्ठभूमि साहिबगंज. अजय महावर, साहिबगंज के बाटा रोड निवासी, अपने परिवार की राजनीतिक और शैक्षणिक विरासत के ध्वजवाहक हैं. उनके चाचा प्रो. कमल कुमार महावर, जो इग्नू के इतिहास व पर्यटन विभाग में एकेडमिक काउंसलर एवं सरस्वती शिशु अकादमी के निदेशक हैं, आज भी पैतृक आवास में निवास करते हैं. उनकी भाभी गंगा महावर भी इसी अकादमी की प्राचार्य हैं. अजय महावर का जन्म एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ, जहां सामाजिक सेवा और शिक्षा की गहरी जड़ें हैं. उनके पिताजी जगदीश प्रसाद महावर और माता भगवती देवी महावर ने उन्हें सदैव समाजसेवा के मार्ग पर प्रेरित किया. प्रारंभिक शिक्षा साहिबगंज के राजस्थान हाई स्कूल में पूरी करने के बाद उन्होंने इंटर की पढ़ाई उत्तर प्रदेश के दनकौर से पूरी की और कोलकाता विश्वविद्यालय से बीकॉम किया. राजनीति और व्यवसाय में रुचि रखने वाले अजय महावर ने कोलकाता, कानपुर और मुंबई में शेयर ट्रेडिंग की और दिल्ली में बिल्डर के रूप में भी कार्य किया. भाजपा में उनकी सक्रियता ने उन्हें पूर्वी दिल्ली क्षेत्र का कोषाध्यक्ष और दो बार जिला अध्यक्ष बनाया. संगठन में उनकी निष्ठा और प्रभावी कार्यशैली को देखते हुए, 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पहली बार विधानसभा का प्रत्याशी बनाया और जीते, फिर 2025 में जीत हासिल की. अजय महावर के बड़े भाई प्रोफेसर कमल कुमार महावर दिल्ली गये हुए हैं. परिवार के लोगों में भाभी गंगा महावर, मनीषा महावर, भाई निर्मल महावर तथा पारिवारिक मित्र प्रोफेसर पारस राय, राधा राय, मनोज झा, सत्यजीत कृष्णा, विवेकानंद गुप्ता, वीरेंद्र सिंह, उमानाथ पंडित, कुमारी गरिमा, प्रोफेसर दिनेश यादव, प्रोफेसर वीर कुमार केशरी आदि ने शुभकामनाएं दीं.
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