कलाकारों ने बिखेरी खरसावां छऊ की सतरंगी छटा
रोजो संक्रांति पर छऊ नृत्य. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत राधाकृष्ण के शाश्वत प्रेम को देख दर्शक हुए अभिभूत खरसावां : रोजो संक्रांति के मौके पर खरसावां के देहरीडीह गांव में छऊ नृत्य का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन प्रमुख नागी जामुदा ने किया. मौके पर देहरीडीह के कलाकारों ने अपने प्रस्तुति से जीवन के हर उतार […]
रोजो संक्रांति पर छऊ नृत्य. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत राधाकृष्ण के शाश्वत प्रेम को देख दर्शक हुए अभिभूत
खरसावां : रोजो संक्रांति के मौके पर खरसावां के देहरीडीह गांव में छऊ नृत्य का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन प्रमुख नागी जामुदा ने किया. मौके पर देहरीडीह के कलाकारों ने अपने प्रस्तुति से जीवन के हर उतार चढ़ाव के साथ छऊ के विविध रंग को रेखांकित किया. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत राधाकृष्ण के शाश्वत प्रेम को देख दर्शक अभिभुत हुए. ढोलक, नगाड़ा व शहनाई के धुन पर कलाकार भंगिमाओं के सहारे नृत्य के भाव को प्रकट किये.
कलाकारों ने राधा कृष्ण व हर पार्वती नृत्य पर जम कर बांहवाही बटोरी. शिकारी परंपरा पर आधारित सबर नृत्य को भी दर्शकों ने सराहा. पहले पारंपरिक जामडाली फिर गणेश वंदना के साथ नृत्य की शुरुआत हुई. नृत्य के साथ मेला का भी आयोजन किया गया. कलाकारों ने द्रोपदी वस्त्र हरण, श्री कृष्ण द्वारा किये गये माखन चोरी, राधा कृष्ण के रासलीला पर आधारित यमुना तीरे, द्वापर लीला, श्रीकृष्ण के बाल लीला पर आधारित माया बंधन, बाली सुग्रीव के द्वंद पर आधारित बाली बल,
झारखंड की शिकार परंपरा पर आधारित शबर नृत्य व अन्य नृत्य पेश कर दर्शकों का मनमोह लिया. देहरीडीह के कलाकारों का साथ देने के लिए पहुंचे रामपुर के कलाकारों ने भी ताड़का बध, सावित्री सत्यवान, राधा कृष्णा, लव कुश समेत अन्य नृत्य पेश किया. मौके पर देहरीडीह के कलाकारों ने वर्षों से चली आ रही परंपरा को आगे भी कायम रखने का संकल्प लिया. साथ ही ग्रामीण मेला का भी आयोजन किया गया.