आदिवासियों के बीच जनाधार बढ़ायें कार्यकर्ता : राम माधव
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने की बैठक खरसावां : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने खरसावां विस क्षेत्र के विजय (दुगनी) स्थित राम बाबा आश्रम में रविवार को भाजपा नेताओं संग बैठक की. यहां राम माधव ने कहा कि अगले विस चुनाव में जिले की तीनों विधानसभा और लोकसभा सीटों पर जीतने के लक्ष्य […]
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने की बैठक
खरसावां : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने खरसावां विस क्षेत्र के विजय (दुगनी) स्थित राम बाबा आश्रम में रविवार को भाजपा नेताओं संग बैठक की. यहां राम माधव ने कहा कि अगले विस चुनाव में जिले की तीनों विधानसभा और लोकसभा सीटों पर जीतने के लक्ष्य के साथ कार्यकर्ता अभी से कार्य में जुट जायें. श्री माधव ने कहा कि संगठन में सभी तबके के लोगों को जोड़ना है. खास कर आदिवासियों को संगठन से जोड़ कर उन्हें संगठन में सक्रिय करना है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे आदिवासियों के बीच अपना जनाधार बढ़ायें. श्री माधव ने मिशन 2019 की तैयारी में अभी से कार्यकर्ताओं से जुटने का आह्वान किया.
सरकार व जनता में सेतु का कार्य करें कार्यकर्ता : राम माधव ने कहा कि राज्य व केंद्र में भाजपा की सरकार है. सरकार व जनता के बीच कार्यकर्ता सेतु का कार्य करें. उन्होंने कहा कि जन समस्याओं के समाधान के लिए कार्यकर्ता आगे आयें. कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने पर बल दिया. प्रत्येक बूथ पर साल में कम से कम छह कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया. हर तीन माह में मंडल स्तर पर बैठक आयोजित करने को कहा.
जनहित के मामलों में कार्यकर्ता बने संवेदनशील : राम माधव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जनहित के मामलों में संवेदनशील बनें. जनता की समस्याओं का समाधान करें, तभी जनता का सहयोग मिलेगा. बैठक में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, प्रदेश प्रवक्ता राजेश शुक्ला उपस्थित थे.
नहीं आये मुख्यमंत्री: दुगनी में आयोजित भाजपा की बैठक में मुख्यमंत्री को भी शामिल होना था. लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से कुछ समय पूर्व सूचना मिली कि मुख्यमंत्री का दौरा रद्द कर दिया गया है.
रांची : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने शनिवार को भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ-साथ पार्टी के सांसद-विधायकों से अलग-अलग बात की. इस दौरान सांसद विधायकों की ओर से समस्याएं बतायी गयी. इस पर श्री माधव ने खुल कर जवाब दिया. एक पदाधिकारी के सवाल पर कि अधिकारी कार्यकर्ताअों की बात नहीं सुनते हैं. इनकी समस्याओं के निदान के लिए जिले के डीसी, एसपी के साथ तीन पदाधिकारी तय कर दिये जायें, जो इनके कामों को प्राथमिकता के तौर पर करे. इस पर श्री माधव ने कहा कि यह काम मुख्यमंत्री और सरकार का नहीं है. अगर जिलाध्यक्ष की बात नहीं सुनी जाती है, तो यह स्पष्ट है कि वे प्रभावशाली नहीं है. आप कार्यकर्ता को ब्यूरोक्रेसी में शामिल करना चाहते हैं, जो संभव नहीं है. इसी प्रकार एक विधायक के सवाल पर श्री माधव ने कहा कि जन प्रतिनिधि सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करें.
प्रभावशाली नेता-कार्यकर्ता खुद बना लेते हैं जगह : पार्टी में बाहरी नेताओं-कार्यकर्ताओं को अधिक तरजीह दिये जाने के सवाल पर श्री माधव ने स्पष्ट किया है कि पहले मुट्ठी बंद थी, जो अब खुल गयी है. दूसरे दलों से आनेवाले नेताओं, कार्यकर्ताओं को रोका नहीं जा सकता है. अगर नेता के पास जनाधार है, तो पूछ होगी. जो मजबूत व प्रभावशाली नेता-कार्यकर्ता होते हैं, वे अपनी जगह खुद बना लेते हैं.