सरायकेला. बािरश से शहरी जीवन हुआ अस्त-व्यस्त, किसान खुश

चांडिल डैम में पानी खतरे से डेढ़ मीटर नीचे, बढ़ रहा पानी अच्छी फसल की उम्मीद बढ़ने से किसानों में खुशी की लहर सरायकेला : शुक्रवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जहां एक ओर सरायकेला समेत खरसावां, राजनगर, सीनी, कोलाबिरा व आसपास के क्षेत्रों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2017 4:50 AM

चांडिल डैम में पानी खतरे से डेढ़ मीटर नीचे, बढ़ रहा पानी

अच्छी फसल की उम्मीद बढ़ने से किसानों में खुशी की लहर
सरायकेला : शुक्रवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जहां एक ओर सरायकेला समेत खरसावां, राजनगर, सीनी, कोलाबिरा व आसपास के क्षेत्रों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं इस बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान भी ला दी है. लगातार बारिश से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. बाजारों व सरकारी गैर सरकारी कार्यालयों में भी सामान्य दिनों की अपेक्षा उपस्थिति कम ही रही.
किसानों के चेहरों पर लौटी मुस्कान : बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक आ गयी है. खेतों की मिट्टी गीली होते ही किसान खेतों की अोर निकल पड़े हैं. लगातार बारिश से खेतों में बारिश का पानी भर गया है, जिसके कारण किसानों ने कढान का कार्य शुरू कर दिया है. किसान गोपी महतो ने बताया कि बारिश तो हुई, लेकिन विलंब से. हालांकि देर से बारिश का धान की खेती पर बहुत बुरा असर नहीं होगा. किसान इस बारिश में कढ़ान का काम कर लेंगे, इससे अच्छी फसल की संभावना बढ़ जायेगी.
खरकई व संजय नदियों का स्तर बढ़ा, डैम के दो गेट खुले
खरकई-संजय नदी का जल स्तर बढ़ा, पानी का रंग मटमैला
बारिश से खरकई एवं संजय नदियों का जल स्तर बढ़ने के साथ-साथ पानी का रंग भी मटमैला हो गया है. खरकई नदी सामान्य से करीब पंद्रह 15 फीट ऊपर बह रही है, वहीं संजय नदी भी करीब पांच फीट ऊपर बह रही है. हालांकि नदियों का पानी अभी खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है. स्थानीय लोगों की मानें तो खरकई का जलस्तर मयूरभंज (ओड़िशा) में हुई बारिश या फिर सुलेइपाट डैम के जल स्तर पर निर्भर करता है.
चांडिल डैम को लेकर प्रशासन सतर्क
बारिश से चांडिल डैम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. शनिवार को चांडिल डैम का स्तर खतरे के निशान से डेढ़ मीटर नीचे रहा, जबकि लगातार बारिश से डैम का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. चांडिल डैम का सामान्य जलस्तर 181 मीटर है, जबकि वर्तमान में यह 179.5 मीटर तक पहुंचा है. जलस्तर में लगातार वृद्धि से डैम प्रशासन ने पहले ही दो गेट खोल दिये हैं, ताकि जलस्तर नियंत्रण में रहे.
सरायकेला में सबसे कम बािरश
लगातार हो रही बारिश से सरायकेला-खरसावां जिला में औसतन 36.6 मिली मीटर बारिश हुई है. इसमें
सरायकेला में 7.4 मिमी, खरसावां में 38.0 मिमी, कुचाई में 40.2 मिमी, गम्हरिया में 30.8 मिमी, चांडिल 70.0 मिमी, नीमडीह में 90.6 मिमी, ईचागढ़ में 34.2 मिमी, कुकड़ू में 18.3 मिमी.
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