मरीजों को सुविधा देने में सदर अस्पताल फेल

सरायकेला में महिला वार्ड जाकर बंद कैदियों की ली जानकारी सरायकेला : हिला आयोग की टीम सोमवार को सरायकेला पहुंची. आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण के नेतृत्व में टीम ने सदर अस्पताल, कस्तूरबा विद्यालय व जेल के महिला वार्ड का निरीक्षण कर जानकारी ली. आयोग की टीम लगभग ग्यारह बजे सरायकेला परिसदन पहुंची, जहां डीडीसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2017 2:38 AM

सरायकेला में महिला वार्ड जाकर बंद कैदियों की ली जानकारी

सरायकेला : हिला आयोग की टीम सोमवार को सरायकेला पहुंची. आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण के नेतृत्व में टीम ने सदर अस्पताल, कस्तूरबा विद्यालय व जेल के महिला वार्ड का निरीक्षण कर जानकारी ली.
आयोग की टीम लगभग ग्यारह बजे सरायकेला परिसदन पहुंची, जहां डीडीसी आकांक्षा रंजन सहित अन्य पदाधिकारियों संग बैठक कर जानकारी हासिल की. बैठक के पश्चात टीम ने कस्तूरबा गांधी अवासीय विद्यालय, सरायकेला का निरीक्षण किया. निरीक्षण में उन्होंने स्कूल में साफ-सफाई से लेकर शौचालय, शैक्षणिक स्थिति व छात्राओं को मिल रही सुविधा के बारे में जानकारी ली.
टीम के सदस्य इसके बाद जेल पहुंचे तथा वहां महिला वार्ड में जाकर बंद कैदियों को उपलब्ध सुविधा से लेकर खानपान के बारे में भी जानकारी हासिल की. सरायकेला सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे टीम के सदस्य अस्पताल की स्थिति देख कर दंग रह गये.
अस्पताल में सरकारी सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. टीम ने अस्पताल के मरीज वार्ड से लेकर एमटीसी सेंटर का भी निरीक्षण किया और वहां मरीजों को मिलनेवाली सुविधाओं की भी जानकारी ली. टीम में अध्यक्ष श्रीमती शरण के अलावा आयोग के कई अन्य सदस्य भी शामिल थे.
एक रूम में 8 की जगह 17 महिला कैदी बंद : निरीक्षण के पश्चात श्रीमती शरण ने कहा कि जेल के महिला वार्ड के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जेल में आठ की जगह 17 कैदी रखी गयी हैं. यही नहीं, महिला वार्ड के लिए अलग भवन बन रहा है जिसे अविलंब पूरा करने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही महिलाओं को कौशल विकास योजना से भी जोड़ने का निर्देश दिया गया, ताकि जेल से निकलने के बाद वे स्वरोजगार से जुड़ सकें.
कल्याणी शरण की टीम ने किया कई विभागों का निरीक्षण
प्रभात खबर में छपी खबर पर लिया संज्ञान
महिला आयोग ने प्रभात खबर में 28 अगस्त के अंक में छपी ‘बिजली नहीं रहने से पसीने से तर-बतर रहते हैं मरीज’ शीर्षक के साथ छपी खबर पर संज्ञान लिया तथा अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों से जाकर इसकी जानकारी ली. इस दौरान मरीजों ने बताया कि बिजली नहीं रहने पर पंखा नहीं चलता है, जिस पर आयोग की अध्यक्ष श्रीमती शरण ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि सरकार मरीजों को सुविधा उपलब्ध कराती है, मरीजों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी आपकी है.
उन्होंने इस संबंध में सरकार को पत्र लिखने की बात कही.
यहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं, अधिकारी िसर्फ ले रहे हैं वेतन: कल्याणी शरण
निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए श्रीमती शरण ने कहा कि सरायकेला सदर अस्पताल में सब कुछ चौपट है. यहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है, जबकि अधिकारी सिर्फ वेतन ले रहे हैं. श्रीमती शरण ने कहा कि अस्पताल के निरीक्षण में कई खामियां पायी गयी हैं. उन्होंने कहा कि अगर सुविधा उपलब्ध नहीं है तो सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत कराना चाहिए, किन्तु अधिकारियों ने पत्र भी नहीं भेजा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में इमरजेंसी के लिए एक अदद एसी की व्यवस्था नहीं है.
बर्न मरीजों के लिए अलग से बर्न यूनिट नहीं है. सरकार सुविधा दे रही है परंतु अधिकारी सुविधा को लागू नहीं कर पा रहे हैं. सदर अस्पताल की स्थिति को लेकर सरकार को पत्र लिख कर उक्त खामियों को दूर करने में लापरवाही बरतनेवाले अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश की जायेगी. उन्होंने एमटीसी केंद्र का भी निरीक्षण कर मरीजों से जानकारी ली.
कस्तूरबा स्कूल में भवन व कई चीजों की है कमी
अध्यक्ष कल्याणी शरण ने कहा कि कस्तूरबा गांधी अवासीय विद्यालय में भवन का अभाव देखा गया है. स्कूल में किचेन है जिसके धुएं से छात्राओं को परेशानी होती है. छात्राओं ने ड्रेस तथा शिक्षकों की कमी होने की बात कही. उन्होंने अतिरिक्त कक्षाएं नहीं चलने की भी बात कही, जिस पर श्रीमती शरण ने छात्राओं को सिलाई कढ़ाई व ब्यूटीशियन कोर्स का प्रशिक्षण दिलाने का भी निर्देश दिया.

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