सरायकेला : जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने चांडिल में विगत दिनों अविवाहिता युवती के बीच सड़क पर बच्ची को जन्म देने के मामले का संज्ञान लेते हुए इस संबंध में वैधानिक प्रक्रिया आरंभ की है. प्राधिकार ने पीड़िता को समाज में पुनर्स्थापित करने के साथ ही उसके स्थायी पुनर्वास एवं उसके साथ ऐसे अमानवीय कर्म के लिए जिम्मेवार व्यक्ति की शिनाख्त कर कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है.
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष शिवशरण दुबे ने सोमवार को मामले का संज्ञान लेते हुए पीड़िता की चिकित्सा तथा गुजारा भत्ता के लिए अपेक्षित कार्रवाई करने के लिए डीएलएसए के सचिव, एसीजेएम दुर्गेश अवस्थी को दिशा-निर्देश दिया. इसी क्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिवशरण दुबे ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में पीड़िता के नाम 25 हजार रुपये का चेक जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संतोष ठाकुर को सौंपा, जबकि डीएलएसए सचिव श्री अवस्थी ने श्री ठाकुर को पीड़िता का बैंक खाता खोलने की सारी प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया.
युवती के बिन ब्याही मां बनने के मामले में डालसा ने लिया संज्ञान
डालसा अध्यक्ष ने पीड़िता के नाम जारी किया 25 हजार रुपये का चेक
चल रही पुनर्वास की प्रक्रिया :अवस्थी
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह एसीजेएम दुर्गेश अवस्थी ने कहा कि चांडिल में पीड़िता के साथ हुए अमानवीय कृत्य व गांव वालों द्वारा उसके बहिष्कार की सूचना दैनिक समाचार पत्रों से मिली. श्री अवस्थी ने कहा कि घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम होगी. पीड़िता को सहयोग के लिए जिला प्रशासन द्वारा मां-बच्ची को सहयोग विलेज खूंटी भेज दिया गया है. इसके अलावा पीड़िता के स्थायी पुनर्वास की प्रक्रिया चल रही है. पीड़िता का समाज में पुनर्वास करते हुए उसे न्याय दिलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरी रिपोर्ट मंगाकर अब तक हुई कार्रवाई की समीक्षा की जा रही है.
क्या है मामला: ज्ञात हो कि विगत 22 अगस्त को चांडिल थानांतर्गत रुचाप गांव की 19 वर्षीया अविवाहिता युवती को चांडिल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से महज 50 मीटर की दूरी पर बीच सड़क पर बच्ची को जन्म देना पड़ा था. इस घटना ने पूरे स्वास्थ्य महकमे को हिला कर रख दिया. बिन ब्याही युवती
के गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर लोक लाज के भय से उसके घरवालों समेत पूरे गांव ने पीड़िता का बहिष्कार कर दिया. इसके बाद वह इधर-उधर भटकते हुए जीवन यापन करती रही तथा बीते 22 अगस्त को उसने बीच सड़क पर एक बच्ची को जन्म दिया. पुलिस पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी की शिनाख्त करने में जुटी है.