स्वर्णिम रहा है मुंडाओं का इतिहास, कभी किसी का दासत्व नहीं किया स्वीकार : अर्जुन मुंडा
अर्जुन मुंडा ने राउरकेला में किया मुंडारी भूमिज समाज के रजत जयंती समारोह का किया उद्धाटन फरवरी 2018 में मुंडा समाज का इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस बांग्लादेश में शचिंद्र कुमार दाश खरसावां : भारत मुंडा समाज की सहयोगी मुंडारी भूमिज समाज एशोसिएशन का रजत जयंती समारोह राउरकेला (ओडिशा) के भंज भवन में शनिवार को हुई. समारोह का […]
अर्जुन मुंडा ने राउरकेला में किया मुंडारी भूमिज समाज के रजत जयंती समारोह का किया उद्धाटन
फरवरी 2018 में मुंडा समाज का इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस बांग्लादेश में
शचिंद्र कुमार दाश
खरसावां : भारत मुंडा समाज की सहयोगी मुंडारी भूमिज समाज एशोसिएशन का रजत जयंती समारोह राउरकेला (ओडिशा) के भंज भवन में शनिवार को हुई. समारोह का उद्धाटन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा व सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री तुलसी मुंडा ने भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया. समारोह में निर्णय लिया गया कि फरवरी 2018 में समाज का इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस बांग्लादेश में किया जायेगा.
उद्धाटन समारोह को संबोधित करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि मुंडाओं का इतिहास काफी स्वर्णिम रहा है. मुंडाओं ने कभी किसी का दासत्व स्वीकार नहीं किया, चाहे शासनकाल किसी का भी रहा हो. हमेशा अपने स्वाभिमान की रक्षा की. हर परिस्थित में अपने जीवन पद्वति की रक्षा की. मुंडा ने समाज के लोगों को संगठित होकर सामाजिक विषमता को दूर करने की अपील की.
उन्होंने लोगों से अपनी भाषा-संस्कृति की रक्षा के लिये आगे आने की अपील की. मुंडा ने कहा कि मुंडाओं का भाषा, संस्कृति, परंपरा काफी समृद्ध रहा है. उन्होंने कहा कि इसके उत्थान के लिये सभी को अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी. मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री तुलसी मुंडा ने शिक्षा पर जोर देते हुए लोगों से अपने बच्चों को पढ़ाने की अपील की.
उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही समाज में समृद्धि आ सकती है. कार्यक्रम को सेवा निवृत आईआरएस अधिकारी एतवा मुंडा, एसोशिएशन के अध्यक्ष शंभू मुंडा, ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र नाथ मुंडा, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष प्रेम सागर मुंडा, नीला नाग आदी ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में देश के विभन्न क्षेत्रों से मुंडारी समाज के लोग पहुंचे थे.
मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राउरकेला पहुंचने पर पूर्व सीएम का भव्य स्वागत किया गया. कार्यक्रम के पश्चात सिंहभूम सांस्कृतिक परिषद के पदाधिकारी में राउरकेला हाउस में अर्जुन मुंडा से मिले.