फिर भाजपा के लिए वोट मांगने गुजरात जा रहे हैं अर्जुन मुंडा, 5 से 8 दिसंबर तक करेंगे प्रचार

शचिंद्र कुमार @ खरसावां वरिष्ठ भाजपा नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण में भी भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट मांगेंगे. इस बार श्री मुंडा चार दिन तक गुजरात में रहेंगे. अपने अभियान के तहत वह 5 दिसंबर को अहमदाबाद पहुंचेंगे. इसके बाद 8 दिसंबर तक अलग-अलग विधानसभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2017 2:28 PM

शचिंद्र कुमार @ खरसावां

वरिष्ठ भाजपा नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण में भी भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट मांगेंगे. इस बार श्री मुंडा चार दिन तक गुजरात में रहेंगे. अपने अभियान के तहत वह 5 दिसंबर को अहमदाबाद पहुंचेंगे.

इसके बाद 8 दिसंबर तक अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में जाकर भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करेंगे. कई जगह वह जनसभा को संबोधित करेंगे, तो कई जगहों पर रोड शो करके केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के बारे में गुजरात की जनता को बतायेंगे.

रांची को नहीं मिल रही ठंड से निजात, शाम होते ही बढ़ जाती है ठंड, कांके में पारा 6 डिग्री

अर्जुन मुंडा 27 नवंबर को गुजरात के आदिवासी बहुल वलसाड जिले की तीन विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था. तब भी उन्होंने जनसभा और रोड शो के जरिये लोगों को भाजपा से जोड़ने की कोशिश की थी.

ज्ञात हो कि गुजरात में लगातार 22 साल से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. यह पहला मौका है, जब गुजरात में नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री नहीं हैं और यहां चुनाव हो रहा है. भाजपा पांचवीं बार यहां सरकार बनानेके लिए चुनाव लड़ रही है.इसलिए चाहती है कि हर वर्ग का समर्थन उसे हासिल हो.

अंडर-19 विश्वकप क्रिकेट टीम की घोषणा, कांके में घर-घर दूध बेचते हैं पिता बेटा पंकज यादव खेलेगा वर्ल्ड कप

अर्जुन मुंडा बड़े आदिवासी नेता हैं. भाजपा का मानना है कि यदि मुंडा प्रचार करेंगे, तो आदिवासी वोटर उसके साथ आयेंगे. यही वजह है कि उनसे दोनों चरणों में प्रचार करवाया जा रहा है. श्री मुंडा अब तक एकमात्र नेता हैं, जिन्होंने गुजरात में चुनाव प्रचार किया है.

ज्ञात हो कि गुजरात में कई ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां आदिवासी वोटरों की संख्या 80 से 90 फीसदी और कहीं-कहीं इससे भी ज्यादा है. गुजरात के कुल वोटरों की बात करें, तो कुल मतदाताओंमें 15 फीसदी हिस्सेदारी अनुसूचित जनजाति के वोटरों की है. इसलिए झारखंड के नेता से उन इलाकों में प्रचार करवाया जा रहा है.

Next Article

Exit mobile version