बच्चे कर रहे थे मध्याह्न भाेजन की खरीदारी
गम्हरिया. डीएसइ ने किया तीन स्कूलों को औचक निरीक्षण, गुरुजी मोबाइल में व्यस्त शिक्षा व्यवस्था का हाल, चौथी क्लास के छात्र नहीं लिख पाये ‘भाषा’ व ‘तेनालीरामन’ एक स्कूल में मध्याह्न भोजन बनाता मिला रसोइया का पति, रसोइया गयी थी बैंक चखना पंजी भी नहीं हो रहे अपडेट, कई जगह पोशाक की गुणवत्ता निकली खराब […]
गम्हरिया. डीएसइ ने किया तीन स्कूलों को औचक निरीक्षण, गुरुजी मोबाइल में व्यस्त
शिक्षा व्यवस्था का हाल, चौथी क्लास के छात्र नहीं लिख पाये ‘भाषा’ व ‘तेनालीरामन’
एक स्कूल में मध्याह्न भोजन बनाता मिला रसोइया का पति, रसोइया गयी थी बैंक
चखना पंजी भी नहीं हो रहे अपडेट, कई जगह पोशाक की गुणवत्ता निकली खराब
बिना क्रय समिति की बैठक व कोटेशन बेंच-डेस्क की खरीदारी, जांच का आदेश
सरायकेला : जिले के सरकारी स्कूलों की लचर व्यवस्था का नमूना शुक्रवार को उस वक्त सामने आया जब डीएसइ फुलमनी खलखो गम्हरिया प्रखंड के तीन स्कूलों में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचीं. इस दौरान कहीं शिक्षक मोबाइल पर व्यस्त थे तो कहीं बच्चों से एमडीएम की खरीदारी करवाई जा रही थी. डीएसइ ने कुल पांच पारा शिक्षकों को नोटिस जारी करते हुए उनका वेतन रोकने का आदेश दिया है.
डीएसइ खलखो लगभग 10.25 बजे उमवि बड़ाकांकड़ा पहुंचीं.
वहां उन्होंने पाया कि प्रधानाध्यापक छुट्टी पर थे, जबकि पारा शिक्षक दिनेश कुमार महतो कक्षा सात व आठ के बाहर मोबाइल फोन में उलझे हुए थे. दिनेश मोबाइल में इतने मग्न थे कि उन्हें डीएसइ के पहुंचने का पता ही नहीं चला. कुछ देर बाद उन्हें जानकारी हुई कि कोई वरीय अधिकारी निरीक्षण में पहुंचे हैं. स्कूल में कूल 116 बच्चों में 76 बच्चों की उपस्थिति थी. इस पर डीएसइ ने शिक्षक दिनेश महतो तथा शिक्षिका सुनीता बैलेट बैक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया है.
निरीक्षण के क्रम में डीएसइ ने यह भी पाया कि स्कूल में बगैर क्रय समिति का गठन किये ही पोशाक व बेंच-डेस्क की खरीददारी की गयी है और पोशाक की गुणवत्ता भी बहुत खराब है. डीएसइ ने पोशाक खरीद की जांच का निर्देश दिया.
क्वालिटी एजुकेशन की उड़ रही थी धज्जियां : निरीक्षण के क्रम में डीएसइ 11 बजे प्रावि घाघी पहुंचीं तो वहां शिक्षा की गुणवत्ता तो बेहद खराब मिली ही, बच्चों से एमडीएम का काम करवाये जाने का भी पता चला. जांच के दौरान चौथी कक्षा में पढ़ रहे बच्चे ‘भाषा’ व ‘तेनालीराम’ भी नहीं लिख पाये. स्कूल के समय कुछ बच्चे मध्यान्ह भोजन का सामान खरीदने दुकान गये हुए थे. स्कूल में पोशाक का वितरण नही हुआ था और साफ-सफाई की व्यवस्था भी बेहद खराब मिली. चखना पंजी सितंबर माह से अपडेट नही थी. बेंच-डेस्क की खरीददारी बगैर क्रय समिति के बैठक किये व बगैर कोटेशन के ही कर दी गयी थी. स्कूल में 28 में 21 बच्चे ही उपस्थित थे. इस पर डीएसइ ने शिक्षक ओमप्रकाश को फटकार लगाते हुए उसका वेतन बंद करने का निर्देश दिया.
पांच शिक्षकों को नोटिस जारी कर मांगा स्पष्टीकरण, वेतन बंद करने का निर्देश
रसोइया का पति बना रहा था मध्याह्न भोजन
निरीक्षण के पश्चात डीएसइ एनपीएस करमटांड पहुंची. वहां पारा शिक्षक कुंती महतो व विश्वेश्वर महतो उपस्थित थे. विश्वेश्वर महतो कक्षा लेने के समय पर मोबाइल से बात कर रहे थे जबकि बच्चे मध्याह्न भोजन का सामान खरीदने के लिए दुकान गये हुए थे. मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोइया बैंक गयी हुई थी और उसकी जगह उसका पति भोजन बना रहा था. साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं थी. निरीक्षण में पता चला कि स्कूल प्रबंधन समिति की नियमित बैठक नही की जा रही है. स्कूल में क्रय समिति का गठन भी नही किया गया है. डीएसइ ने दोनों पारा शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा और वेतन बंद करने का निर्देश दिया.