खरसावां में खुला देश का पहला खादी पार्क, राज्यपाल ने किया उद्घाटन

!!शचिंद्र कुमार दाश @ खरसावां!! राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से खरसावां के आमदा में बने देश के पहले खादी पार्क का उद्धाटन शनिवार को किया. उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि खादी गांव के महिलाओं को स्वरोजगार दे कर आत्म निर्भर बनाने मेंमहत्वपूर्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2018 9:53 PM

!!शचिंद्र कुमार दाश @ खरसावां!!

राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से खरसावां के आमदा में बने देश के पहले खादी पार्क का उद्धाटन शनिवार को किया. उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि खादी गांव के महिलाओं को स्वरोजगार दे कर आत्म निर्भर बनाने मेंमहत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी. क्षेत्र के लोग स्वंवलंबी बन पायेंगे. खादी व सिल्क के कार्य में महिलाओं की भागिदारी ओर अधिन सुनिश्चित करनी होगी. इसके जरिये महिलायें स्वरोजगार कर आर्थिक रुप से समृद्ध हो सकेंगी. राज्य की संपदा का उपयोग करने के लिये स्कील डेवलपमेंट पर ध्यान देने कीआवश्यकता है. यहां के युवक-युवतियों को दक्ष बना कर सामाजिक व आर्थिक विकास के रास्त हम आगे बढ सकते है. राज्यपाल ने कहा कि देश का बेहतर कोकून खरसावां में तैयार हो रहा. इसे देश विदेश के लोग पसंद कर रहेहै.उन्होंने कहा कि खादी के कपडे भी आकर्षक व फैसनेबल बन रहे है.
वर्तमान में खादी के कपडे युवाओं के पसंद बनते जा रहे है. मौके पर मुख्य रुप से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, स्थानीय विधायक दशरथ गागराई, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, सदस्य कुलवंत सिंह बंटी, बोर्ड के सीइओ दीपांकर पंडा, डीसी छवि रंजन व एसपी चंदन सिन्हा उपस्थित थे.राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने खादी पार्क के उद्धाटन के पश्चात राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया. राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने खादी पार्क में बने गांधी संग्रहालय, प्रशिक्षण केंद्र, उत्पादन केंद्र का मुआयना किया.
राष्ट्र की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करेगा तसर : मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि खादी राष्ट्रीय आंदोलन का बडा माध्यम है. खादी व सिल्क के जरीये हम आर्थिक रुप से समृद्ध हो सकते है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आठ हजार महिलाओं को तसर से जुडे हुए कार्यो का प्रशिक्षण दिया गया है. उन्हें अब कार्य में लगाने की आवश्यकता है. इन महिलाओं को स्वरोजगार मिलने से राष्ट्र की अर्थ व्यवस्था मजबूत होगी.

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