खरसावां : झारखंड राज्य आजीविका मिशन के तहत प्रखंड के हरिभंजा में कलस्टर स्तरीय फेडरेशन (सीएलएफ) का सम्मेलन आयोजित हुआ. उद्घाटन बीडीओ दयानंद जायसवाल ने किया. महिलाओं को संबोधित करते हुए बीडीओ दयानंद जायसवाल ने कहा कि वर्तमान समय में स्वरोजगार सबसे बड़ी जरूरत है. महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ कर आर्थिक व सामाजिक विकास में भागीदार बन सकती हैं. घर में रहकर भी उनके आर्थिक विकास की संभावनाओं को तलाशा जा सकता है.
जायसवाल ने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं रोजगार से जुड़ सकती हैं और स्वावलंबन के साथ ही परिवार को आर्थिक विकास में सहभागिता प्रदान कर सकती है. महिलाएं समृद्ध होंगी, तो समाज आगे बढ़ेगा. कार्यक्रम को हरिभंजा मुखिया जानोमाई जामुदा, बिटापुर मुखिया रानी हेंब्रम, एएसआई राजेश सिंह, कलस्टर को-ऑर्डिनेटर अनीता सोय व मुकु बारी ने भी संबोधित किया.
220 एसएचजी ग्रुप की महिलाओं ने हिस्सा लिया : सम्मेलन में हरिभंजा, बिटापुर व रिडींग पंचायत के दस ग्राम संगठनों के 220 स्वयं सहायता समूहों के महिला सदस्यों ने हिस्सा लिया. अनीता सोय ने बताया कि सीएलएफ के माध्यम से ग्राम संगठनों को पूंजी उपलब्ध कराना, उन्हें बैंक से जोड़ना, आजीविका से संबंधित प्रशिक्षण देना, सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना का लाभ दिलाना है.
सीएलएफ के कार्यालय का उद्घाटन
इससे पूर्व पंचायत सचिवालय के एक कमरे में झारखंड राज्य आजीविका मिशन के तहत प्रखंड के हरिभंजा में कलस्टर स्तरीय फेडरेशन (सीएलएफ) का कार्यालय खोला गया. कार्यालय का उद्घाटन बीडीओ दयानंद जायसवाल ने किया. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया गया.
गांव में चलाया जायेगा जागरुकता कार्यक्रम
निर्णय लिया गया कि गांव में स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, पेयजल, नशाबंदी, स्वरोजगार आदि विषयों पर जागरुकता अभियान चलाया जायेगा. महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के जरिये आजीविका से जोड़ कर आत्मनिर्भर बनाया जायेगा.