सरायकेला : खरसावां विस क्षेत्र के दुगनी (गम्हरिया प्रखंड) में संजय नदी पर दुगनी बराज के नाम से एक सिंचाई योजना (छोटा डैम) का निर्माण किया जायेगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास और जल संसाधन मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी शनिवार को सरायकेला के काशी साहु कॉलेज मैदान में दुगनी बराज का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा, कई अन्य योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे. मुख्यमंत्री कुल 194.4 करोड़ योजनाओं की 16 योजनाओं का शिलान्यास करेंगे. कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लेने के लिए जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार, डीसी छवि रंजन, एसपी चन्दन सिन्हा ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया.
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दुगनी बराज निर्माण के लिए निविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. राज्य सरकार के जल संसाधन विभाग ने दुगनी बराज व नहरों के निर्माण के लिये कुल 95.434 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. पहले चरण में सिर्फ डैम का निर्माण किया जायेगा. इसमें करीब 49 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके बाद सिंचाई नहर का निर्माण होगा. बराज के निर्माण कार्य दो साल के भीतर पूरा कर लिया जायेगा.
आठ गांवों को मिलेगा सिंचाई का पानी
दुगनी बराज के बन जाने से दुगनी व आस पास के आठ गांव के लोगों को सिंचाई हेतु पर्याप्ता मात्रा में पानी मिलेगा. इस योजना से गम्हरिया प्रखंड के डोंडा, सिमलबेड़ा, रंगामाटिया, चमारु, नेंगटासाही, गुड़ा, रंगाटांड और उज्जैनपुर गांव के किसान लाभांवित होंगे. ये आठ गांवों के किसान मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है.
रबी और खरीफ फसल को मिलेगा सिंचाई का पानी
दुगनी बराज का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद रब्बी व खरीफ फसल के लिए सिंचाई का पानी उपलब्ध हो सकेगा. आठ गांव के 413 हेक्टेयर जमीन को खरीफ की फसल के लिए तथा 258 हेक्टेयर जमीन को रबी की फसल के लिए सिंचाई का पानी मिलेगा.
पेयजल के लिए र्भी मिलेगा पानी
दुगनी बराज से सिंचाई के साथ साथ पेयजल के लिए भी पानी मिलेगा. योजना से 28.78 हेमी पानी का उपयोग पेयजल के लिए किया जायेगा. इसके अलावा, 14 हेमी पानी औद्योगिक उपयोग के लिए भी हो सकेगा.
दुगनी बराज में बराज में 5.86 एमसीएम का जल भंडारण
बराज की लंबाई 312 मीटर और ऊंचाई 14.22 मीटर होगी. बराज के पक्का संरचना की लंबाई 60 मीटर होगी, जिसमें पांच गेट लगाये जायेंगे. बराज निर्माण के बाद 5.86 एमसीएम का जल भंडारण होगा. संजय नदी पर बनने वाले दुगनी बराज में निर्माण स्थल तक नदी का जल ग्रहण क्षेत्र 2048.60 वर्ग किलोमीटर आंकलित है.
योजना से नहीं होगा कोई भी विस्थापित
दुगनी बराज सिंचाई योजना से कोई गांव या परिवार विस्थापित नहीं होगा. बराज से एक मात्र 9.8 किमी लंबाई की मुख्य नहर निकलेगी. इस नहर की पूरी लंबाई में लाइनिंग का कार्य कराया जायेगा. मुख्य नहर से 3.15 किमी की एक वितरणी नहर निकलेगी. इन्हीं दो नहरों से खेतों तक सिंचाई का पानी पहुंचेगा.
सब्जी की खेती को मिलेगा बढावा
दुगनी बैराज के निर्माण होने से यहां सबसे ज्यादा सब्जी की खेती को बढावा मिलेगा. दुगनी तथा आस-पास के गांवों में बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती की जाती है. यह क्षेत्र खास तौर पर भिंडी की खेती के लिए जाता जाता है.
दुगनी में नहीं है सिंचाई की सुविधा
फिलहाल, दुगनी तथा आस-पास के क्षेत्र में सिंचाई के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. करीब एक दशक पूर्व संजय नदी पर बनाया गया लिफ्ट एरिगेशन भी इन दिनों ठीक से नहीं काम करती है. इससे सब्जी की खेती करने वाले किसानों के सामने सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो जाती है. सिंचाई की समस्या के चलते कई किसान सब्जी की खेती भी छोड़ चुके हैं. दुगनी बैराज के बन जाने से किसानों को सिंचाई के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी मिलने लगेगी.
पहले बराज का होगा निर्माण फिर बनेगी नहर
इस योजना के बारे में जल संसाधन विभाग के अभियंता हीराकांत झा ने बताया कि दुगनी में संजय नदी पर बनने वाले दुगनी बराज के लिये पहले बराज का निर्माण किया जायेगा. इसके बाद सिंचाई के नहर बनायी जायेगी. बराज का निर्माण दो साल के भीतर कर लिया जायेगा. इस योजना से एक भी परिवार विस्थापित नहीं होगा. किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा.