अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए एक ओर लड़ाई लड़ने को तैयार रहें : शिबु सोरेन
सचिन्द्र दाश/हिमांशु गोप@चांडिल
21 अक्टुवर 1982 को शहीद हुए शहीद अजीत धनंजय महतो की 36वां शहादत दिवस सरायकेला-खरसावां जिला के कुकड़ू प्रखंड के तिरुलडीह चौक में मनाया गया. इस दौरान विभिन्न पार्टी के नेताओं द्वारा शहीद अजीत धनंजय महतो को श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि दी.
रविवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो सह गुरुजी शिबु सोरेन, पूर्व सांसद सह झामुमो उपाध्यक्ष सविता महतो, सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो, लालटु महतो, झारखंड आंदोलनकारी सुनील महतो, कोल्हान विकास मंच के नेता राजेन सिंह मुंडा, महादेव सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक पाटी एवं समाजसेवियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
इस दौरान तिरूलडीह में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए शिबू सोरेन ने कहा कि बहुत सी कुर्बानी देने के बाद हमें झारखंड राज्य मिला है. झारखंड राज्य तो मिल गया लेकिन झारखंडियों का हक व अधिकार अबतक नहीं मिला है. हमें अपने हक व अधिकार के लिए एक और लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है. चाहे उसके लिए कितना भी कुर्बानी क्यूं ना देनी पड़े.
शिबू ने हमेशा झारखंडी हित के लिए लड़ाई लड़ता रहा हूं और लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि सीएनटी एसपीटी एक्ट लाना झारखंड के लोगों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. इस दौरान पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि 36 वर्ष के बाद भी शहीद अजीत, धनंजय पर गोली चलाने वालों की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया.
इस अवसर पर झामुमो नेता सुकराम हेम्ब्रम, चारूचांद किस्कु, पप्पु वर्मा, लालटु महतो, शहीद धनंजय महतो की पत्नी बारी देवी, विनोद पांडे, आस्तिक महतो, काबलु महतो, सुनील महतो, महेंद्र कुमार महतो सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.