शचीन्द्र कुमार दाश, खरसावां
खरसावां के लोसोदिकी गांव में झूमर संध्या का आयोजन किया गया. झुमर संध्या का उद्घाटन स्थानीय विधायक दशरथ गागराई ने फीता काटकर किया. मौके पर विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि झारखंड एक सांस्कृतिक रूप से परिपूर्ण राज्य है. उन्होंने कहा कि हमारी भाषा, कला व संस्कृति में ही हमारी पहचान छिपी हुई है. उन्होंने लोगों से अपनी संस्कृति को बचाने की अपील की.
गागराई ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से आपसी सौहार्द की भावना को मजबूती मिलती है. मौके पर ओड़िशा के बारीपदा की झूमर गायिका बिंदु रानी महतो ने झूमर पेश किया. झूमर कार्यक्रम की शुरुआत आखड़ा वंदना के साथ हुई. इसके बाद मनोहरपुर के झूमर गायक रंजीत महतो व बिंदु महतो युगलबंदी में कुरमाली झूमर गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को झुमाया.
गायक रंजीत महतो व बिंदु महतो ने गेले रोहो पानी आने नदिया किनारे…, झारखंडे जन्म हमार ओती मनो होय…, दादा आसो आसो गो झुमर नाचे…, देखो हामोर टुसू मेलाय साली आसी छे…, 1981 साले गो हिया कापी गेला…, तुय जाबी जा दादा हामी जाबो नाय…, गाड़ी चोले हुकुड़ दुड़ुम…, ऐ गो झूमर गिते दीदी पांता नाचे… जैसे कई गीत प्रस्तुत किये.
कार्यक्रम में विधायक दशरथ गागराई के अलावे उनकी धर्म पत्नी बसंती गागराई, इन्द्रदेव महतो, रोहित महतो, हरिचरण महतो, सिरका गागराई, जितेंद्र महतो, संतोष सिंहदेव, सानगी हेम्ब्रम, रूईदास हेम्ब्रम समेत अन्य उपस्थित थे.