ठोस कचरा प्लांट शुरू करने गये संवेदक का पुलिस के सामने विरोध, ग्रामीणों ने वापस लौटाया
सरायकेला : सरायकेला अंचल अंतर्गत ईटाकुदर पंचायत के ग्राम बुंडु टोला रांगाडीह में शनिवार को नगर पंचायत का ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र का काम शुरू कराने गयी टीम को ग्रामीणों का विरोध झेलना पडा. ग्रामीणों के विरोध करने से बैरंग वापस लौटना पड़ा. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए संवेदक के पदाधिकारी ने भी काम […]
सरायकेला : सरायकेला अंचल अंतर्गत ईटाकुदर पंचायत के ग्राम बुंडु टोला रांगाडीह में शनिवार को नगर पंचायत का ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र का काम शुरू कराने गयी टीम को ग्रामीणों का विरोध झेलना पडा. ग्रामीणों के विरोध करने से बैरंग वापस लौटना पड़ा. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए संवेदक के पदाधिकारी ने भी काम करने से हाथ खड़ा कर दिया.
शनिवार को अपशिष्ट प्रबंधन का निर्माण कार्य आरंभ कराने के लिए पुलिस फोर्स के साथ कांड्रा थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक कृष्ण मुरारी एवं सरायकेला थाना प्रभारी अविनाश कुमार प्रस्तावित स्थल पर पहुंचे. पुलिस फोर्स के पहुंचते ही गांव की महिला व पुरुष पारंपरिक हथियार लेकर प्रस्तावित स्थल पर पहुंच कर विरोध प्रकट करना शुरू कर दिया.
ग्रामीणों का कहना था कि किसी भी हाल में वहां पर कचरा प्लांट लगने नहीं दिया जायेगा. ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे प्रखंड प्रमुख नरेश महतो ने कहा कि ग्राम सभा किये बिना गांव में किसी तरह का प्लांट लगाना पेशा कानून का उल्लंघन है.
मामले पर पुलिस द्वारा ग्रामीणों को समझाने पर ग्राम प्रधान कुशनु मंडरी की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई जिसमें निर्णय लेते हुए ग्रामीणों ने थाना प्रभारी से कहा कि गांव में अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र का निर्माण को लेकर ग्रामसभा आयोजित की जाए. ग्रामसभा में जो निर्णय होगा उसका पालन किया जायेगा.
अपराह्न दो बजे के लगभग अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट निर्माण का संवेदक एमएसडब्ल्यू के प्लांट हेड राजेश मिश्रा प्रस्तावित स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता करने लगे परंतु ग्रामीण ने काम कराने से मना कर दिया. काफी समझाने के बावजूद भी अपने बात पर अड़ गये कि ग्राम सभा के पहले कचरा प्लांट लगाने पर कोई बात नहीं करेंगे.
ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए राजेश मिश्रा ने ग्रामीणों की रवैया को देखते हुए इस परिस्थित में काम नहीं करने का निर्णय लिया और पुलिस निरीक्षक कृष्णा मुरारी व थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ बैरंग वापस गये.