सरायकेला : सरायकेला सदर अस्पताल से पुलिस को चकमा देकर फरार हुए नक्सली शंभू मांझी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सरायकेला के एसपी चंदन कुमार ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सरायकेला के सदर अस्पताल में इलाज करा रहा नक्सली शंभू मांझी बुधवार तड़के फरार हो गया था. बीमार पड़ने पर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी फरारी की वजह से छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था.
सरायकेला पुलिस की चौकसी पर सवाल उठने लगे थे. शंभू मांझी को 24 मई को सरायकेला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहीं से वह हथकड़ी समेत फरार हो गया था. अस्पताल के कर्मचारियों और पुलिस को इसकी खबर तब हुई, जब सुबह पांच बजे उसे सूई देने अस्पताल के कर्मी वहां पहुंचे. कैदी वार्ड में शंभू नहीं था. इसके बाद अस्पताल के कर्मचारियों के साथ-साथ उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के भी हाथ-पैर फूल गये.
दरअसल, नक्सली की सुरक्षा में तैनात चार पुलिस के जवान, एक एसआइ और एक हवलदार सो रहे थे. अस्पताल के अन्य स्टाफ भी सो रहे थे. इसी का फायदा उठाकर नक्सली पीछे के रास्ते से हथकड़ी के साथ फरार हो गया. एसपी चंदन कुमार ने मामले को गंभीर माना और सुरक्षा में तैनात एसआई समेत सभी छह जवानों (एएसआई जयप्रकाश यादव, हवलदार शंभू कुमार, सिपाही मिरू मुन्नी रायमुंडो, मंगल मुर्मू, तरुण चंद्र महतो व मंगल मुंडा) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी.
इसके साथ ही शंभू मांझी की गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू कर दी गयी. अंतत: पुलिस को शंभू को गिरफ्तार करने में सफलता मिल गयी. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि नक्सली शंभू मांझी को 20 मई को खरसावां क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में सीनी के जानकीपुर से गिरफ्तार किया गया था. पहले उसे जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्थिति में सुधार के बाद उसे सरायकेला सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती किया गया था.