सरायकेला : धातकीडीह मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज अंसारी के मामले में पुलिस की चार्जशीट में फिर से हत्या की धारा 302 जोड़ देने से गांव के लोगों में आक्रोश है. इसे लेकर गांववालों ने बैठक की, बैठक में शामिल महिलाओं ने कहा कि चोरी के आरोप में पकड़ाये तबरेज अंसारी की पांच दिनों बाद जेल में मौत हुई थी.
ऐसे में ग्रामीणों पर धारा 302 लगाया जाना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार व प्रशासन निर्दोष ग्रामीणों पर से भादवि की धारा 302 हटा कर उन्हें अविलंब रिहा करे, नहीं तो सभी गिरफ्तार ग्रामीणों के परिवारवाले जिला कार्यालय के बाहर सामूहिक आत्मदाह करेंगे. महिला ममता देवी, शकुंतला देवी, वार्ड सदस्य माया महाली ने कहा कि निर्दोष ग्रामीणों को बेवजह जेल में रखा गया है, जिससे घरों में चूल्हा जलना भी मुश्किल हो गया है.
उन्होंने कहा कि परिवार को चलाने वाले दो माह से जेल में हैं, इससे उनके घरों में आर्थिक तंगी हो गयी है. बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो गया है. दो अन्य युवकों की करें गिरफ्तारी : महिलाअों ने कहा कि 17 जून की रात चोरी के इरादे से गांव में घुसे दो अन्य युवकों को भी पुलिस अविलंब गिरफ्तार करे. दो माह से उक्त दोनों युवक गायब हैं, उनका कोई अता-पता नहीं है. जबकि पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए कुछ नहीं कर रही है.