खरसावां : कोल्हान विश्वविद्यालय के पहले मॉडल डिग्री कॉलेज का केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया उद्धाटन

– उच्च शिक्षा के लिए राशि की कमी नहीं होगी, केंद्र सरकार है आपके साथ : अर्जुन मुंडा शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला सरायकेला-खरसावां जिला के खरसावां में नव निर्मित कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रथम मॉडल डिग्री कॉलेज का केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने फीता काटकर तथा शिलापट्ट अनावरण कर उद्धाटन किया. शिलान्यास के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2019 9:38 PM

– उच्च शिक्षा के लिए राशि की कमी नहीं होगी, केंद्र सरकार है आपके साथ : अर्जुन मुंडा

शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला

सरायकेला-खरसावां जिला के खरसावां में नव निर्मित कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रथम मॉडल डिग्री कॉलेज का केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने फीता काटकर तथा शिलापट्ट अनावरण कर उद्धाटन किया. शिलान्यास के करीब आठ साल बाद कॉलेज का उद्धाटन हुआ. वर्ष 2011 में कॉलेज का शिलान्यास हुआ था. करीब आठ साल के बाद कॉलेज का निर्माण कार्य पूरा हुआ.

मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए राशि की कमी नहीं होगी. केंद्र सरकार पढ़ाई की खर्च में सहयोग करेगी. पीएचइडी करने को इच्छुक आदिवासी छात्रों के लिए उनका विभाग राशि उपलब्ध करायेगी. मुंडा ने कहा कि एसटी-एससी, अल्पसंख्यक छात्रों को अब छात्रवृति के लिए ऑनलाइन आवेदन करना है. उनके विभाग में सीधे केंद्र सरकार पैसा उपलब्ध करायेगी. अब तक इस मद पर उनके मंत्रालय ने दो हजार करोड़ रुपये की राशि डिस्‍पैच किया गया है.

बहु आयामी व्यक्तित्व का निर्माण करने का केंद्र बनेगा मॉडल कॉलेज

इस विद्यालय के विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर जाकर कॉलेज का नाम रोशन करें, तभी कॉलेज की स्थापना का उद्देश्य सार्थक होगा. मुंडा ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने ही कॉलेज की स्वीकृति देते हुए शिलान्यास किया था और आज उद्धाटन कर रहे हैं.

मुंडा ने कहा कि उम्मीद है कि यह कॉलेज आने वाले दिनों में यह कॉलेज बहुआयामी व्यक्तित्व का निर्माण करने का केंद्र बनेगा. मुंडा ने कहा कि दुनिया बदल रही है. समय के साथ चलना होगा. लोगों से अपने बच्चों को आगे अच्छी पढ़ाई के लिए प्रेरित करने की अपील की.

क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू कराने के लिए राज्य सरकार से करेंगे वार्ता

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कॉलेज में ओड़िया, हो, मुंडारी, कुरमाली, संथाली आदि क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू कराने के लिए राज्य सरकार के साथ मिल कर वार्ता करेंगे. उन्‍होंने कोल्‍हान विश्वविद्यालय प्रबंधन को सारी औपचारिता पूरी करने का निर्देश दिया.

उन्होंने कोल्‍हान विश्‍वविद्यालय को मॉडल डिग्री कॉलेज में स्कील डेवलपमेंट आधारित प्रोग्राम चलाने की सलाह दी. उन्होंने कॉलेज परिसर में हॉस्टल समेत अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का भरोसा दिया.

केंद्रीय मंत्री को भेंट की गयी जनजातीय भाषाओं की पुस्तकें

उद्धाटन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को जनजातीय भाषाओं की पुस्तकें भेंट की गयी. साथ ही मोमेंटों व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. केयू की कुलपति डॉ शुक्ला मोहंती, कुल सचिव डॉ एसएन सिंह, डॉ एके झा ने केंद्रीय मंत्री को सम्मानित किया. सीनेट सदस्य अमिताभ सेनापति, पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, कॉलेज के प्राचार्य डॉ उमा शंकर सिंह, एनएसएस के डॉ प्रशुन्न दत्त सिंह आदि ने संबोधित किया.

मौके पर मीरा मुंडा, उदय सिंहदेव, जीपी राजवार, विजय महतो, रानी हेंब्रम आदि ने संबोधित किया. इस दौरान छात्रों ने कॉलेज में क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की.

राज्य के 11 जिलों में शुरू की गयी है मॉडल डिग्री कॉलेज

मालूम हो कि मॉडल डिग्री कॉलेज के लिये इस वर्ष कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से खास तौर पर नामांकन अभियान चलाया था. चालू शैक्षणिक सत्र (वर्ष 2019-22) में स्नातक की पढ़ाई के लिए नामांकन लिया गया. कॉलेज में स्नातक के कला संकाय में 144 व वाणिज्य संकाय में 12 छात्र-छात्राओं ने नामांकन लिया है. राज्य सरकार ने शैक्षणिक रूप से पिछड़े राज्य में कुल 11 जिला में मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना की गयी है. करीब नौ करोड़ रुपये खर्च कर कॉलेज का भव्य कैंपस बनाया गया है.

उच्च शिक्षा हासिल करने में होगी सुविधा

खरसावां में छात्रों के लिए एक भी डिग्री कॉलेज नहीं था. छात्राओं के लिए खरसावां में महिला कॉलेज संचालित हो रहा है. स्‍नातक की पढ़ाई के लिए खरसावां, कुचाई, राजखरसावां के छात्रों को सरायकेला, चक्रधरपुर, चाईबासा व जमशेदपुर पर निर्भर रहना पड़ता था. कॉलेज बन जाने से छात्रो को पठन पाठन में काफी सहुलियत होगी.

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