।। शचिंद्र कुमार दाश ।।
देश की आजादी के पश्चात सिंह वंशज के 62 पीढ़ी के राजा आदित्य प्रताप सिंहदेव व 63 वें पीढ़ी के राजा सत्य भानु सिंहदेव ने मां दुर्गा के पूजा को आगे बढ़ाया. वर्तमान में सरायकेला रियासत के राजा व सिंह वंश के 64 वें पीढ़ी के राजा प्रताप आदित्य सिंहदेव इस रियासती परंपरा को आगे बढ़ा रहे है.
यहां मां भगवती की पूजा आज भी उसी परंपरा के साथ होती है, जो कभी राजा-राजवाड़े के समय हुआ करती थी. अलग-अलग नौ पत्रों को एकत्रित कर माता दुर्गा का नव पत्रिका स्वरुप तैयार किया जाता है. यहां बेलवरण से लेकर विजया दशमी तक माता की पूजा होती है. यहां खंडा पूजा के साथ साथ माता की पूजा तांत्रीक विधि से होता है. संधी बलि समेत विजया दशमी तक के सभी अनुष्ठानों का आयोजन होता है.