झामुमो के किले को गिराना भाजपा के लिए होगी चुनौती, जानें सरायकेला विधानसभा क्षेत्र का लेखा-जोखा

सरायकेला : छऊ नृत्य कला के लिए प्रचलित कलानगरी सरायकेला विधानसभा सीट से झामुमो के किले को ढाहना चुनौती है. झारखंड मुक्ति मोरचा ने यह सीट 1985 में भारतीय जनता पार्टी से जीती थी. 1990 में झामुमो से कृष्णा मार्डी जीते. वर्ष 1991 के लोस चुनाव में कृष्णा मार्डी सिंहभूम सीट पर चुनाव लड़े और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2019 6:57 AM

सरायकेला : छऊ नृत्य कला के लिए प्रचलित कलानगरी सरायकेला विधानसभा सीट से झामुमो के किले को ढाहना चुनौती है. झारखंड मुक्ति मोरचा ने यह सीट 1985 में भारतीय जनता पार्टी से जीती थी. 1990 में झामुमो से कृष्णा मार्डी जीते.

वर्ष 1991 के लोस चुनाव में कृष्णा मार्डी सिंहभूम सीट पर चुनाव लड़े और सांसद बने. 1991 में हुए उपचुनाव में कृष्णा मार्डी ने अपनी पत्नी मोती मार्डी को झामुमो से उतार दिया. झामुमो में रहते हुए चंपई सोरेन बागी हो गये और निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर गये. उन्होंने मोती मार्डी को हराया. वर्ष 1995 में चंपई सोरेन झामुमो की टिकट पर जीते. वर्ष 2000 के विस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अनंतराम टुडू ने पांच हजार वोट से झामुमो प्रत्याशी चंपई सोरेन को शिकस्त दी. वर्ष 2005 चंपई ने लक्ष्मण टुडू को 880 वोट से हराया. उसके बाद से चंपई सोरेन लगातार जीतते आ रहे हैं.

2005 में भाजपा ने अनंतराम टुडू का टिकट काटकर लक्ष्मण टुडू को प्रत्याशी बनाया. चंपई ने लक्ष्मण टुडू को 880 वोट से हराया. इसके बाद से सरायकेला झामुमो का अभेद्य किला बन गया. 2009 में भाजपा के लक्ष्मण टुडू से चंपई सोरेन 3200 वोट से जीते. 2014 में चंपई सोरेन ने भाजपा के गणेश महाली को 1200 वोट से हराया.

पिछले तीन चुनाव का रिकाॅर्ड

जीते : चंपई सोरेन : (झामुमो) वोट मिले : 61112

हारे : लक्ष्मण टुडू : (भाजपा) वोट मिले : 60230

तीसरा स्थान :बास्को बेसरा : (आजसू),वोट मिले : 15096

जीते : चंपई सोरेन : (झामुमो) वोट मिले : 57156

हारे : लक्ष्मण टुडू : (भाजपा) वोट मिले : 53910

तीसरा स्थान :कालीपद सोरेन : (कांग्रेस), वोट मिले : 1668

जीते : चंपई सोरेन : (झामुमो) वोट मिले : 94796

हारे : गणेश महाली : (भाजपा) वोट मिले : 93631

तीसरा स्थान : बास्को बेसरा : (कांग्रेस), वोट मिले : 6880

तीन महत्वपूर्ण कार्य जो हुए

गोविंदपुर-गम्हरिया को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण हुआ

सिंचाई के लिए कई आहार व तालाब का जीर्णोद्धार हुआ

बड़ाकांकड़ा से जमशेदपुर तक सड़क का निर्माण हुआ

तीन महत्वपूर्ण काम जो नहीं हुए

सरायकेला-ओड़िशा को जोड़ने वाली सड़क अपूर्ण

अब तक पूरी नहीं हुई कुनाबेड़ा प्रखंड बनाने की मांग

आदित्यपुर-आषंगी के बीच पुल निर्माण अब तक अधूरा पड़ा है

क्षेत्र में आधारभूत संरचना विकसित हुई : चंपई सोरेन

विधायक चंपाई सोरेन ने कहा कि विगत पांच वर्षों में सरायकेला में कई विकास योजनाओं पर काम हुआ. आधारभूत संरचना को विकसित करते हुए सड़क निर्माण किया गया. सिंचाई के लिए तालाब व आहर का जीर्णोद्धार किया गया. राजनगर में सिल्क पार्क का निर्माण हुआ था. वर्तमान सरकार ने सिल्क पार्क में रोजगार दिलाने की दिशा में कुछ नहीं किया. नतीजन सिल्क पार्क योजना अधर में लटक गयी है. मेरे पिछले कार्यकाल में खुले कई सीएफसी सेंटर बंद कर दिये गये.

सरायकेला को बदहाली की ओर धकेला : महाली

वर्ष 2014 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे भाजपा प्रत्याशी गणेश महाली ने कहा कि स्थानीय विधायक ने सरायकेला के विकास के बजाय बदहाल कर दिया. 25 वर्षों से सरायकेला का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, आज भी आधारभूत संरचना विकसित नहीं हो पायी है. सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में सैकड़ों कंपनियां हैं, लेकिन युवाओं को रोजगार देने का कभी प्रयास नहीं किया. विधायक विकास को लेकर कभी गंभीर नहीं रहे.

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