ओडि़या समुदाय द्वारा मनाया गया कार्तिक पूर्णिमा
/र6एसकेएल-2- नदी में नाव छोड़ती महिलाएंसरायकेला. ओडि़या समुदाय का मुख्य त्योहार रास पूर्णिमा यानी कार्तिक पूर्णिमा सरायकेला, सीनी, कोलेबिरा समेत आसपास क्षेत्र में भक्ति पूर्वक मनाया गया. गुरुवार को पूर्णिमा के साथ ही विगत पांच दिनों से चले आ रहे विष्णु पंचमी का समापन हो गया. कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह ही समुदाय की महिलाओं […]
/र6एसकेएल-2- नदी में नाव छोड़ती महिलाएंसरायकेला. ओडि़या समुदाय का मुख्य त्योहार रास पूर्णिमा यानी कार्तिक पूर्णिमा सरायकेला, सीनी, कोलेबिरा समेत आसपास क्षेत्र में भक्ति पूर्वक मनाया गया. गुरुवार को पूर्णिमा के साथ ही विगत पांच दिनों से चले आ रहे विष्णु पंचमी का समापन हो गया. कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह ही समुदाय की महिलाओं ने स्थानीय नदी घाट व तालाब में नाव छोड़ कर महाप्रभु नारायण यानी जगन्नाथ की पूजा-अर्चना की व प्रसाद का वितरण किया. सरायकेला शहरी क्षेत्र में स्थानीय खरकई नदी तट पर भोर से ही महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जहां महिलाएं नहा धोकर पहले भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की. इसके पश्चात केले के तना से बने नाव को नदी में छोड़ा. इस दौरान भक्तों ने भगवान से परिवार के सुख शांति की कामना भी की. महिलाओं ने किया रंगोली लेखनकार्तिक पूर्णिमा पर ओडि़या समुदाय के महिलाओं द्वारा रंगोली लेखन किया गया. इस दौरान घर के आंगन में रंगोली बनाया और भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की.