50 परिवारों की प्यास बुझा रहा है दो नलकूप
– दितसाही में पेयजल संकट– सूखने के कगार पर पहुंचे गांव के चार तालाब– नलकूप पर सुबह से ही लग रही है कतारखरसावां : इस भीषण गरमी में खरसावां शहरी क्षेत्र के दितसाही के तीन सौ लोगों की प्यास मात्र दो नलकूप से बूझ रही है. दितसाही में लगाये गये दस नलकूप में से आठ […]
– दितसाही में पेयजल संकट
– सूखने के कगार पर पहुंचे गांव के चार तालाब
– नलकूप पर सुबह से ही लग रही है कतार
खरसावां : इस भीषण गरमी में खरसावां शहरी क्षेत्र के दितसाही के तीन सौ लोगों की प्यास मात्र दो नलकूप से बूझ रही है. दितसाही में लगाये गये दस नलकूप में से आठ खराब पड़े हुए हैं. इन्हीं दो नलकूपों से न सिर्फ लोगों को प्यास बुझती है, बल्कि इससे लोग रोजमर्रा के कार्य के लिए भी निर्भर हैं.
कई बार शिकायत किये जाने के बाद भी विभाग द्वारा नलकूपों की मरम्मत तक नहीं करायी गयी है. गांव के बीच में स्थित नलकूप में पानी भरने के लिए सुबह से ही महिलाओं की कतार लग जाती है. बाल्टी व गगरी की लंबी लाइन देखने को मिलती है. गांव का एक कुआं को छोड़ सभी कुएं और चार तालाब भी सूख चुके हैं, जिससे लोगों को नहाने के साथ-साथ मवेशियों को पानी पिलाने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ राह है.
2009 तक जब दितसाही खरसावां एनएसी के अंतर्गत आता था, तब वहां टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाती थी. एनएसी खत्म कर पंचायत बना दिये जाने के बाद से टैंकर से पानी की आपूर्ति भी बंद हो गयी है.
करीब छह साल पूर्व खरसावां शहरी जलापूर्ति योजना के तहत दितसाही तक पाइप लाइन बिछा कर पेयजलापूर्ति शुरू तो की गयी थी, परंतु कुछ दिनों तक चलने के बाद बंद हो गयी. बताया जाता है कि अधिक ऊंचाई पर होने के कारण पाइप लाइन से यहां पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी. फिलहाल लोगों को पानी की समस्या से हर रोज दो चार होना पड़ रहा है.