पहली बार चुनाव हारे अर्जुन मुंडा
सरायकेला : खरसावां से भाजपा प्रत्याशी सह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को पहली बार चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. झामुमो के दशरथ गागराई ने भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा करीब 11 हजार 982 के मतों के बड़ी अंतर से मात दी. अर्जुन मुंडा खरसावां विस क्षेत्र से पांचवीं बार किस्मत आजमां रहे थे. […]
सरायकेला : खरसावां से भाजपा प्रत्याशी सह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को पहली बार चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. झामुमो के दशरथ गागराई ने भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा करीब 11 हजार 982 के मतों के बड़ी अंतर से मात दी. अर्जुन मुंडा खरसावां विस क्षेत्र से पांचवीं बार किस्मत आजमां रहे थे. अर्जुन मुंडा 1995 में खरसावां से झामुमो प्रत्याशी, 2000 व 2005 में भाजपा प्रत्याशी के रुप में जीत दर्ज कर चुके हैं. 2011 के विधानसभा उप चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की थी. इससे पूर्व 2009 के लोस चुनाव में अर्जुन मुंडा ने जीत दर्ज की थी. अर्जुन मुंडा की हार में कई फैक्टर प्रभावी रहे. इस बार के चुनाव में विपक्षी मतों का बिखराव नहीं हुआ. खास कर खूंटपानी व कुचाई में झामुमो प्रत्याशी दशरथ गागराई को बेहतर वोट मिला. खूंटपानी में संगठन की कमजोरी भी प्रमुख वजह बनी. अर्जुन मुंडा के हार में एंटी इंकबेंसी फैक्टर कार्य किया. इसके अलावे संगठनात्मक स्तर पर आपसी खींचतान भी एक बड़ी वजह रही. कार्यकर्ताओं ने समन्वय का अभाव भी भाजपा के लिये महंगा पड़ा. झामुमो प्रत्याशी दशरथ गागराई सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि कांग्रेस के वोट बैंक में भी सेंध लगाने में सफल रहे. झामुमो खरसावां विधानसभा में हर वर्ग व समुदाय के लोगों को संगठन से जोड़ने में सफल रहा.