सरायकेला : मौसी के घर विराजमान प्रभु जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा को प्रतिदिन अन्न भोग चढ़ाया जा रहा है. इसके पश्चात भंडारा का आयोजन किया जाता है. भंडारा में अन्न भोग प्राप्त करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है. मान्यता है कि प्रभु जगन्नाथ के भंडारा में अन्न भोग प्राप्त करने से शनि का प्रकोप दूर हो जाता है.
इसलिए भंडारा में प्रसाद के लिए भक्तों की भीड़ रहती है. पूजा कमेटी के उपाध्यक्ष गोविंद साहु ने बताया कि कमेटी व आपसी सहयोग से भगवान को अन्न का प्रसाद चढ़ाया जाता है. यह परंपरा वर्षों चली आ रही है. पहले पुजारी द्वारा प्रसाद चढ़ाया जाता है. इसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद स्वरूप खिचड़ी बांटी जाती है.
राम के रूप में दिया दर्शन
मौसी के घर विराजमान प्रभु जगन्नाथ व बड़े भाई बलभद्र ने मंगलवार को प्रभु राम और परशुराम के रूप में भक्तों को दर्शन दिया. भगवान के दर्शनार्थ मौसीबाड़ी में भक्तों का तांता लगा रहा. पहले दिन भगवान के मत्स्य व कच्छ का रूप धरा था.
वेश–सज्जा करने वाले कलाकार सुशांत महापात्र ने बताया कि सरायकेला की रथयात्रा पुरी की तर्ज पर आयोजित होती है, जिसमें भक्त हर दिन भगवान के अलग–अलग रूप का दर्शन करते हैं. अब तक भगवान के तीन रूपों को दिखाया गया है. वेश सज्जा में पार्थो सारथी दाश, सुमित महापात्र, अभिषेक सतपथी व मुकेश साहु सहयोग देते हैं.