खरसावां: क्षेत्र का सबसे बड़ा व साल का पहला त्योहार मकर पर्व व टुसु मेला की तैयारी जोरों पर चल रही है. मकर पर्व को अब सिर्फ चार दिन दिन ही शेष रह गये है. 12 जनवरी को चावल धुआ व 13 जनवरी को बाउंडी पर्व मनाया जायेगा. बाउंडी के मौके पर घरों में विशेष पूजा अर्चना की जाती है.
इसके पश्चात 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जायेगा. मकर संक्रांति के मौके पर जहां लोग स्थानीय जलाशयों में आस्था की डुबकी लगायेंगे, वहीं मंदिरों में पूजा अर्चना भी की जायेगी. 15 जनवरी को आखान यात्रा का अनुष्ठान किया जायेगा. घर को पारंपरिक लाल व पीला रंग की मिट्टी से रंगने के साथ-साथ मकर पर्व के मौके पर नये परिधान पहनने की प्रथा वर्षों से चली आ रही है. इस बावत घरों का रंग रोगन किया गया है. इस वर्ष जिला के विभिन्न गांवों में अच्छी फसल हुई है. ऐसे में मकर को लेकर लोगों में उत्साह, जोश व उमंग होना लाजमी है.
गांव से लेकर बाजार तक इसका असर दिखने लगा है. हाट बाजारों में खरीदारी के लिए लोगों की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ रही है. खासकर कपड़ों के दुकानों में खरीदारी के लिए काफी संख्या में लोग पहुंच रहे है. मकर के साथ- साथ कई क्षेत्र गांव में टुसु मेला का भी आयोजन किया जाता है. इनमें में खरसावां का आकर्षणी मेला, चांडिल का जयदा मेला व कांकड़ा का गंगा मेला क्षेत्र में प्रसिद्ध है. टुसु गीतों के एलबम व कैसेट की भी दुकानों में खूब मांग हो रही है.