खरसावां के हाड़ीसाही गांव में मागे नृत्य का आयोजन
खरसावां: खरसावां के हाड़ीसाही गांव में वार्षिक मागे नृत्य का आयोजन किया गया. मागे मिलन समारोह में चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ भी पहुंचे. दीपक बिरुआ का स्वागत खरसावां विधायक दशरथ गागराई व स्थानीय लोगों ने किया. मागे पर्व पूरे पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मनाया गया. जाहेरथान में देउरी ने देशाउली (ग्राम देवता) की पूजा की. […]
खरसावां: खरसावां के हाड़ीसाही गांव में वार्षिक मागे नृत्य का आयोजन किया गया. मागे मिलन समारोह में चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ भी पहुंचे.
दीपक बिरुआ का स्वागत खरसावां विधायक दशरथ गागराई व स्थानीय लोगों ने किया. मागे पर्व पूरे पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मनाया गया. जाहेरथान में देउरी ने देशाउली (ग्राम देवता) की पूजा की. नृत्य का दौर दोपहर से शुरू हुआ और देर रात तक चला. इस अवसर पर हो समाज के लोगों ने एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिला कर गीत को गाने के साथ- साथ मांदर व नगाड़े की थाप पर जम कर नृत्य किया. हाड़ीसाही में जनजातीय हो समुदाय की काफी बहुलता है, इस कारण यहां सर्वाधिक इस नृत्य का प्रचलन है.
मौके पर विधायक दीपक बिरुआ ने लोगों से अपनी परंपरा व संस्कृति को बचाये रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि परंपरा व संस्कृति ही हमारी पहचान है. विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि मागे पर्व प्रकृति का पर्व है. यह पर्व आपसी भाईचारा बनाये रखने तथा एक- दूसरे को सहयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा हर किसी की संस्कृति उसकी पहचान होती है. अपनी संस्कृति, परंपरा को बचाये रखना सभी लोगों का दायित्व है.