देहरीडीह को पर्यटन गांव बनाने का सपना होगा साकार
30 केएसएन 2 : देहरीडीह का प्रसिद्ध छऊ नृत्य (फाईल फोटो)संवाददाता, खरसावांखरसावां प्रखंड के देहरीडीह गांव को पर्यटन गांव बनाने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है. राज्य सरकार की ओर से केंद्र को देहरीडीह समेत राज्य के 12 गांवों को पर्यटन गांव के रुप में विकसिक करने का प्रस्ताव भेजा है. इस पर […]
30 केएसएन 2 : देहरीडीह का प्रसिद्ध छऊ नृत्य (फाईल फोटो)संवाददाता, खरसावांखरसावां प्रखंड के देहरीडीह गांव को पर्यटन गांव बनाने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है. राज्य सरकार की ओर से केंद्र को देहरीडीह समेत राज्य के 12 गांवों को पर्यटन गांव के रुप में विकसिक करने का प्रस्ताव भेजा है. इस पर जल्द ही कार्य शुरू होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. मालूम हो कि केंद्र सरकार की ओर से घाटशिला के आमाडुबी व खरसावां के देहरीडीह को ग्रामीण पर्यटन गांव के रूप में विकसित करने की योजना को एक साथ मंजूरी दी गयी थी. आमाडूबी की योजना का दो वर्ष पूर्व ही उदघाटन हो चुका है, वहीं दूसरी ओर देहरीडीह की योजना स्थानीय विवाद के कारण उलझ कर रह गया है. देहरीडीह को पर्यटन गांव बनाने का प्रस्ताव 2006 में आया था, जबकि इसे क्रियान्वित करने के लिए भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने नोडल एजेंसी कला मंदिर के साथ 25 जून 2007 को एमओयू किया था. इस योजना के लिए हार्डवेयर मद पर 50 लाख तथा सॉफ्टवेयर मद पर 16 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी, जिसमें से हार्डवेयर मद से 3.41 लाख व सॉफ्टवेयर मद से 13 लाख की राशि खर्च कर दी गयी है. योजना के मुताबिक ओपेन एयर थियेटर, सेमिनार हॉल, कॉटेज, कैंटीन समेत पर्यटकों को आकर्षित करने वाली चीजों का निर्माण किया जाना है, ताकि पर्यटक वहां ठहर कर स्थानीय कला-संस्कृति को जान सकेें. पर्यटन गांव देहरीडीह छऊ, माघे, करम व बाहा नृत्य के लिए प्रसिद्ध है. गांव में चमड़ा, लोहे कि कलाकृति व तसर शिल्प की अपनी विशेषता है.