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चहुं ओर गूंजा बंदे उत्कल जननी

उत्कल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, याद किये गये पं गोपबंधु दास खरसावां : 79 वां उत्कल दिवस के मौके पर बुधवार को खरसावां में बंदे उत्कल जननी.. की गूंज सुनाई पड़ी. विभिन्न ओड़िया स्कूलों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों ने भी इस गीत को गा कर प्राचीन उत्कल के गौरवमयी गाथा को याद किया. मौके पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 2, 2015 12:02 AM
उत्कल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, याद किये गये पं गोपबंधु दास
खरसावां : 79 वां उत्कल दिवस के मौके पर बुधवार को खरसावां में बंदे उत्कल जननी.. की गूंज सुनाई पड़ी. विभिन्न ओड़िया स्कूलों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों ने भी इस गीत को गा कर प्राचीन उत्कल के गौरवमयी गाथा को याद किया.
मौके पर स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए ओड़िया स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया. कई स्कूलों में भी उत्कल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किये गये. मौके पर खरसावां के गोपबंधु चौक में उत्कलमणी पं गोपबंधु दास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके द्वारा ओड़िया जाति के लिए किये गये कार्य को याद किया गया.
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मुख्य रुप से सुमंत चंद्र मोहंती, सुशील षाडंगी, सुशांत षाडंगी, सुजीत हाजरा, अमित पट्टनायक, भरत चंद्र मिश्र, झूमी मिश्र, सत्यवती आचार्या, जयजीत षाडंगी मुख्य रुप से शामिल थे. मौके पर ओड़िया शिक्षक गणोश मंडल का चयन सरकारी शिक्षक के रुप में होने पर उनका स्वागत किया गया. सुमंत मोहंती ने इसी वर्ष ओड़िया समाचार पत्र समाज की ओर से खरसावां में उत्कल गौरव मधुसूदन दास की प्रतिमा स्थापित करने की बातें कही. सुशील षाडंगी ने ओड़िशा राज्य के निर्माण पर प्रकाश डाला.
गोपबंधु दास की प्रतिमा पर उत्कल सम्मेलनी, आदर्श सेवा संघ, ओड़िया शिक्षक संघ व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी माल्यार्पण किया. उत्कल दिवस के मौके पर ओड़िया घरों में त्योहार का माहौल देखा गया. मौके पर ओड़िया भाषा, संस्कृति, साहित्य व कला के उत्थान के लिए कार्य करने का संकल्प लिया गया.

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