नारायणबेड़ा में संथाली नाटक का प्रदर्शन

– नाटक के माध्यम से कलाकारों ने आधुनिकता की दौड़ में सामाजिक मूल्य, मान्यता, संस्कृति, परंपरा व संस्कारों को नहीं भूलने की सीख दी. संवाददाताखरसावां. खरसावां के नारायणबेड़ा गांव में ओपेरा मयूरभंज (बारीपदा, ओडि़शा) के कलाकारों ने संथाली नाटक रुवाड हिजु ओ तिओमे गाते, जिबी जुरी आसाते… का मंचन किया. नाटक देखने के लिये बड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2015 5:04 PM

– नाटक के माध्यम से कलाकारों ने आधुनिकता की दौड़ में सामाजिक मूल्य, मान्यता, संस्कृति, परंपरा व संस्कारों को नहीं भूलने की सीख दी. संवाददाताखरसावां. खरसावां के नारायणबेड़ा गांव में ओपेरा मयूरभंज (बारीपदा, ओडि़शा) के कलाकारों ने संथाली नाटक रुवाड हिजु ओ तिओमे गाते, जिबी जुरी आसाते… का मंचन किया. नाटक देखने के लिये बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे. नाटक मंचन होने से पूर्व मेलौडी का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने कई गीत व नृत्य पेश किये. इसके पश्चात संथाली सामाजिक नाटक का प्रदर्शन किया गया. नाटक में जीवन के हर उतार- चढ़ाव को दर्शाया गया. नाटक में कलाकारों ने अपने किरदार को जीवंत रुप देने का हर संभव प्रयास किया. नाटक के माध्यम से कलाकारों ने मुख्य रुप से आधुनिकता की दौड़ में सामाजिक मूल्य, मान्यता, संस्कृति, परंपरा व संस्कारों को नहीं भूलने की सीख दी. नाटक से पूर्व पुरुष व महिला कलाकारों ने अपने गीत व संगीत के माध्यम से भी समां बाधा. मौके पर मेला का भी आयोजन किया गया है. मेला में प्रखंड प्रमुख अमर सिंह हांसदा समेत बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे.

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