पवित्र अक्षय तृतीया पर हुआ कई अनुष्ठानों का आयोजन
– अक्षय तृतीया पर जम कर हुई खरीदारी – सोना-चांदी के गहनों के साथ-साथ स्टील-कांसा के वर्तन व गणेश-लक्ष्मी के सिक्कों की हुई बिक्री संवाददाता, खरसावां सरायकेला-खरसावां में अक्षय तृतीया पर लोगों ने जम कर खरीददारी की. सोना-चांदी के दाम में आयी कमी का भी असर बिक्री पर दिखा. परंपरा के अनुसार इस दिन खरीदी […]
– अक्षय तृतीया पर जम कर हुई खरीदारी – सोना-चांदी के गहनों के साथ-साथ स्टील-कांसा के वर्तन व गणेश-लक्ष्मी के सिक्कों की हुई बिक्री संवाददाता, खरसावां सरायकेला-खरसावां में अक्षय तृतीया पर लोगों ने जम कर खरीददारी की. सोना-चांदी के दाम में आयी कमी का भी असर बिक्री पर दिखा. परंपरा के अनुसार इस दिन खरीदी गयी वस्तु स्थायी समृद्धि प्रदान करती हैं. अक्षय तृतीया पर सोना, चांदी समेत धातु से बने सामानों के खरीदने की परंपरा है. सोना-चांदी के गहनों के साथ- साथ सिक्का, स्टील, पीतल व कांसा के बर्तनों की जमकर बिक्री हुई. अक्षय तृतीय पर सोना चांदी के साथ- साथ घरों में बर्तन समेत अन्य सामान लाने का प्रचलन है. मान्यता है कि इस दिन जो भी काम किया जाता है, वह अक्षय रहता है. उसमें कमी नहीं होती. धर्मग्रंथों में अक्षय तृतीया को जरूरतमंदों को दान करने की बातें कही गई है. इस कारण लोगों ने अपनी क्षमता के अनुरुप जल से भरा मिट्टी का घड़ा, कलश व वस्त्र, ककड़ी, खरबूजा, पंखा, चरण पादुका, छाता, अनाज आदि का दान किया. खेतों में हल चला कर हुआ कृषि कार्य की शुरुआतखरसावां . पवित्र अक्षय तृतीया के दिन किसानों ने खेतों में हल चला कर व बीज डाल कर कृषि कार्य की शुरुआत की. इससे पूर्व किसानों ने अच्छे पानी के लिये इंद्रदेव की पूजा भी की. मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन कृषि कार्य शुरू करने पर क्षय नहीं होता है. तेज धूप के बावजूद लोगों ने बीज डाल कर कृषि कार्य की शुरुआत की.