छात्राओं ने जाना पहले पढ़ाई, फिर विदाई के फायदे

स्कूलों में पढ़ाई करना सभी बच्चों का मौलिक अधिकार है 27 केएसएन 8 : कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिसंवाददाता, खरसावां खरसावां के प्रखंड संसाधन केंद्र में पहले पढ़ाई, फिर विदाई कार्यक्रम पर विचार- विमर्श किया गया. मौके पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी वैद्यनाथ प्रधान ने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 8:03 PM

स्कूलों में पढ़ाई करना सभी बच्चों का मौलिक अधिकार है 27 केएसएन 8 : कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिसंवाददाता, खरसावां खरसावां के प्रखंड संसाधन केंद्र में पहले पढ़ाई, फिर विदाई कार्यक्रम पर विचार- विमर्श किया गया. मौके पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी वैद्यनाथ प्रधान ने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई करना सभी बच्चों का मौलिक अधिकार है और इस अधिकार से उन्हें कोई वंचित नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि पहले पढ़ाई, फिर विदाई करना है. बेटियों को भी पढ़ा लिखा कर योग्य बनाना है, फिर समय आने पर उनकी शादी करनी है. उन्होंने सरकार की महत्वाकांक्षी सर्व शिक्षा अभियान के उद्देश्य की जानकारी दी. बच्चों को इस अभियान के उद्देश्य, इसके गतिविधि व इससे आगे जा कर मिलने वाली लाभ के संबंध में भी जानकारी दी गयी. बच्चों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छ भारत अभियान के संबंध में भी जानकारी दी गयी. बताया गया कि स्वच्छता से ही 40 फीसदी बीमारी दूर हो जायेंगे. साथ ही शिक्षा का अधिकार अधिनियम पर भी जानकारी दी गयी. शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सभी बच्चों को शिक्षा पाने का अधिकार है. मौके पर मुख्य रुप से कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के प्राचार्य अनिता सुंडी, सरस्वती भगत, पंकज महतो ने भी संबोधित किया. मौके पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय के छात्राओं ने पहले पढ़ाई, फिर विदाई पर एक नुक्कड़ नाटक भी पेश किया.

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