स्कूली पोशाक के वितरण में अनियमितता की शिकायत, जांच का आदेश
सरायकेला : सरकारी स्कूलों में बच्चों के ठहराव व शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे पोशाक वितरण योजना पर सवाल उठने लगे हैं.
विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में शिक्षक एक घटिया किस्म के कपड़ा की खरीद कर बच्चों में वितरित किये जा रहे हैं. नतीजन पोशाक वितरण योजना धरातल उतरने से पहले दम तोड़ती नजर आ रही है.
पोशाक की खरीद में विभाग के आला अधिकारियों के संरक्षण और दबाव पर शिक्षक किसी खास दुकान से ही पोशाक का ऑर्डर दे रहे हैं.
स्कूलों में घटिया किस्म के कपड़े की आपूर्ति का मामला 30 अप्रैल को जिला परिषद की बैठक में भी उठाया गया था. इस पर कुचाई की जिला परिषद सदस्य एमलेन नाग ने पोशाक वितरण में अनियमितता का बरतने का आरोप लगाते हुए जांच करने की मांग की थी, जिस पर बैठक में एक कमेटी गठित कर जांच करने का निर्देश जिला परिषद अध्यक्ष शकुंतला महाली द्वारा दिया गया है. जांच का जिम्मा जिला पंचायती राज पदाधिकारी उमा महतो को दिया गया है.
जमशेदपुर के दो दुकानों से हो रही खरीद
जिला के स्कूलों में पोशाक वितरण के लिए जमशेदपुर के दो दुकानों से खरीदारी की जा रही है. इनमें से एक बिष्टुपुर का, दूसरा जुगसलाई का है. एक शिक्षक ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि पोशाक की खरीदारी उन्हीं दो दुकानों से करने के लिए विभाग के पदाधिकारियों द्वारा अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है, जिससे मजबूरी में शिक्षक उन्हीं दुकानों से पोशाक की खरीद कर रहे हैं.
शिक्षकों का कहना है कि पोशाक बड़ा या छोटा होने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.