किसानों की छीनी जा रही है आजीविका

चांडिल : कृषि की दशा, दिशा व भूमि अधिग्रहण अध्यादेश विषय पर सेमिनार आयोजित, सिद्धेश्वर ने कहा चांडिल : भूमि अधिग्रहण अध्यादेश किसानों को अपंग और असहाय करने की कॉरपोरेट साजिश है़ सरकार के द्वारा इस अध्यादेश के जरिये किसानों की आजीविका छीनी जा रही है़ उक्त बातें वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सिद्घेश्वर त्यागी ने कही़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2015 1:51 AM
चांडिल : कृषि की दशा, दिशा व भूमि अधिग्रहण अध्यादेश विषय पर सेमिनार आयोजित, सिद्धेश्वर ने कहा
चांडिल : भूमि अधिग्रहण अध्यादेश किसानों को अपंग और असहाय करने की कॉरपोरेट साजिश है़ सरकार के द्वारा इस अध्यादेश के जरिये किसानों की आजीविका छीनी जा रही है़ उक्त बातें वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सिद्घेश्वर त्यागी ने कही़
श्री त्यागी बुधवार को चांडिल डाक बंगला स्थित सामुदायिक भवन में कृषि की दशा, दिशा और भूमि अधिग्रहण अध्यादेश विषय पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थ़े झारखंड किसान परिषद की ओर से आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री त्यागी ने कहा कि सरकारें कोई भी हो, किसानों के हित में काम नहीं करना चाहती है़
उन्होंने किसानों से अपने हक के लिए खुद आगे लाकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया़ मौके पर कृषि पर शोध करने वाली एक्सएलआरआइ की छात्र रही इंजीनियर सुदिप्ता घोष ने कहा कि किसान होना गर्व की बात है़ देश के लोगों की पेट किसान ही भरते है़ उन्होंने सरकार से किसानों के हित को ध्यान में रखकर नीति नियम बनाने की मांग की़
इस अवसर पर झारखंड किसान परिषद के संयोजक अंबिका यादव ने कहा कि केंद्र सरकार का भूमि अधिग्रहण अध्यादेश किसान विरोधी है़ किसानों को बेघर, बेकार और बरबाद करने का षडयंत्र है़ सरकार पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के इशारे पर काम कर रही है़
उन्होंने कहा कि किसानों के हित की लड़ाई जारी रहेगी़ सेमिनार को सालगे मार्डी, हरिश भूमिज, जिला परिषद सदस्य रेखा महतो, कालीदास आदित्यदेव, मो युनूस आदि ने भी संबोधित किया़ सेमिनार का संचालन शशांक शेखर और उमाकांत ने किया़
ऑर्गेनिक खाद बनाने की दी जानकारी: कृषि पर शोध करने वाली एक्सएलआरआइ की छात्र रही सुदिप्ता घोष ने सेमिनार में उपस्थित लोगों को ऑर्गेनिक खाद बनाने की जानकारी दी़
उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री का अवशिष्ट भी हमारे काम का है़ श्रीमती घोष ने खाद्य सामग्री के अवशिष्ट से ऑर्गेनिक खाद बनाने की विधि बतायी, जिसका आविष्कार उन्होंने स्वयं किया है़

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