गोंडामारा व बनाबुड़ा बनेंगे उन्नत गांव
प्रत्येक जिला में एक अनुसूचित जाति बहुल गांव बनेंगे उन्नत गांवसरायकेला : कल्याण विभाग द्वारा राज्य के सभी जिला से एक-एक अनुसूचित जाति बहुल गांव को हर तरह की आधारभूत संरचना उपलब्ध करा कर उन्नत ग्राम बनाने की योजना है. झारखंड राज्य अनुसूचित जाति सहकारिता विकास निगम, रांची के माध्यम से इन गांवों में आधारभूत […]
प्रत्येक जिला में एक अनुसूचित जाति बहुल गांव बनेंगे उन्नत गांव
सरायकेला : कल्याण विभाग द्वारा राज्य के सभी जिला से एक-एक अनुसूचित जाति बहुल गांव को हर तरह की आधारभूत संरचना उपलब्ध करा कर उन्नत ग्राम बनाने की योजना है.
झारखंड राज्य अनुसूचित जाति सहकारिता विकास निगम, रांची के माध्यम से इन गांवों में आधारभूत संरचना उपलब्ध करा कर इन्हें उन्नत गांव को रूप में विकसित करने की योजना है. इसमें वैसे अनुसूचित जाति बहुल गांव का चयन करना है, जहां की जनसंख्या पांच सौ से अधिक है तथा कुल जनसंख्या के 90 फीसदी से अधिक लोग अनुसूचित जाति के हैं. इसके लिए कोल्हान के तीन गांवों का चयन कर लिया गया है.
गैर सरकारी संगठन संत रविदास कल्याण समिति व सहयोग हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट, रांची को उक्त योजना का क्रियान्वयन के लिए सरकार की ओर से चयन किया गया है. सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत खरसावां प्रखंड के गोंडामारा-सामुरसाही गांव, पूर्वी सिंहभूम जिला में उक्त योजना के तहत बहरागोड़ा का बोनाबुड़ा गांव व पश्चिमी सिंहभूम जिला के चक्रधरपुर का चेलाबेड़ा गांव का चयन किया गया है.
बोनाबुड़ा गांव में 867, गोंडामारा-सामुरसाही गांव में 1800 व चेलाबेडा गांव में 1650 अनुसूचित जाति वर्ग की जनसंख्या है. गैर सरकारी संगठन संत रविदास कल्याण समिति, रांची के सचिव अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्नत गांव के लिए चयनित कोल्हान के तीनों गांवों में जल्द ही विकास कार्य शुरू कर दिया जायेगा.