वोट बहिष्कार का लिया निर्णय
खरसावां : खरसावां पंचायत के ग्रामीणों की बैठक स्थानीय राजवाड़ी परिसर में बुधवार को संपन्न हुई. बैठक में कहा गया कि खरसावां को पूर्ण पंचायत का दर्जा देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर डीसी से लेकर मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन सौंपा गया, परंतु मांग पूरी नहीं हुई. उपस्थित लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि […]
खरसावां : खरसावां पंचायत के ग्रामीणों की बैठक स्थानीय राजवाड़ी परिसर में बुधवार को संपन्न हुई. बैठक में कहा गया कि खरसावां को पूर्ण पंचायत का दर्जा देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर डीसी से लेकर मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन सौंपा गया, परंतु मांग पूरी नहीं हुई.
उपस्थित लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि खरसावां को पूर्ण पंचायत का दर्जा नहीं मिलने के कारण अब पंचायत चुनाव में खरसावां पंचायत के लोग वोट बहिष्कार करेंगे. मांग पूरी नहीं होने के कारण कई मौजूदा पंचायत प्रतिनिधियों ने पंचायत चुनाव में वोट बहिष्कार करने तथा चुनाव में नामांकन नहीं करने की बातें कही.
बैठक में मुख्य रुप से जीतवाहन मंडल, मो अताउल्लाह, बुधराम हो, बसंत गंतायत, नयन नायक, विजय साहू, किशोर राउत, कविता पांडेय, नंदु पांडेय, उत्तम मिश्रा, टुटू साहू, मो शोएब, अनूप सिंहदेव, सांबो राउत, पुटू मिश्रा, मानू मिश्रा, मो सलाम, जाकिर अंसारी समेत अन्य उपस्थित थे.
क्या है समिति की मांग :2009 में खरसावां एनएसी को डीनोटीफाइ कर पंचायत में तब्दील कर किया गया, परंतु अब तक खरसावां को पूर्ण पंचायत का दर्जा नहीं मिला है. पूर्ण पंचायत का दर्जा नहीं मिलने के कारण विद्युत बिल का भुगतान शहर जैसा करना पड़ रहा है. रैयतों के निबंधन में शहर की तर्ज पर शुल्क लिया जा रहा है. अब तक बीपीएल का सर्वें नहीं कराया गया है.
बीपीएल संख्या नहीं रहने से सामाजिक एवं वृद्धावस्था पेंशन, कन्यादान योजना, विधवा पेंशन, आकस्मिक निधन योजना एवं पेंशन, इंदिरा आवास योजना व अन्य कई तरह की सुविधा ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है.