भिक्षाटन कर क्षतिग्रस्त सड़क की करायी मरम्मत

चांडिल : जयदा स्थित ऐतिहासिक बुढ़ाबाबा शिव मंदिर को एनएच-33 से जोड़नेवाली सड़क पर बने पुल के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत मंदिर के महंत केशवानंदजी सरस्वती द्वारा करायी जी रही है. उक्त पुल अगस्त माह में हुई लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया था. पुल के दक्षिणी भाग का गार्ड वाल पानी में बह गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2013 3:14 AM

चांडिल : जयदा स्थित ऐतिहासिक बुढ़ाबाबा शिव मंदिर को एनएच-33 से जोड़नेवाली सड़क पर बने पुल के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत मंदिर के महंत केशवानंदजी सरस्वती द्वारा करायी जी रही है. उक्त पुल अगस्त माह में हुई लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया था.

पुल के दक्षिणी भाग का गार्ड वाल पानी में बह गया था और सड़क के नीचे गड्ढा हो गया था. इस कारण उक्त सड़क पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. इससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था. मंदिर के महंत ने उक्त पुल व सड़क की मरम्मत के लिए प्रशासन को आवेदन सौंपा था, परंतु तीन माह बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर महंत ने भिक्षाटन कर सड़क की मरम्मत कराने का निर्णय लिया और बाबा भोलेनाथ के भक्तों से सहयोग की अपील की.

इसके बाद शिव भक्तों के सहयोग से सड़क की मरम्मत का काम प्रारंभ हुआ. वर्तमान में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. गार्डवाल बन गया है और सड़क को मिट्टी और पत्थर देकर भर दिया गया है. अब सड़क पर पीसीसी ढलाई कराना बाकी है.

बुधवार को पहुंचे अभियंता

चांडिल प्रखंड कार्यालय के अभियंता बुधवार को जयदा शिव मंदिर के उक्त क्षतिग्रस्त सड़क व पुल का जायजा लेने पहुंचे. सड़क पर काम कर रहे मजदूरों से पूछताछ की. क्षतिग्रस्त होने के तीन माह बाद क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत का काम अब अंतिम चरण में है.

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